Shattila Ekadashi 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार साल भर में 24 एकादशी होती हैं यानी हर महीने में 2 एकादशी. माघ महीने में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से पापों से मुक्ति मिलती है और साथ में मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस साल षटतिला एकादशी 6 फरवरी को मनाई जाएगी. कहा जाता है कि षटतिला एकादशी का व्रत विष्णु जी की आरती के बिना अधूरा होता है. इस दिन भगवान विष्णु की आरती करनी चाहिए और विष्णु भगवान का प्रिय भोग लगाना चाहिए.


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भगवान विष्णु की आरती (Vishnu Ji Ki Aarti in Hindi)


 


ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।


भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥


ॐ जय जगदीश हरे।


जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।


स्वामी दुःख विनसे मन का।


सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥


ॐ जय जगदीश हरे।


मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ मैं किसकी।


स्वामी शरण गहूँ मैं किसकी।


तुम बिन और न दूजा, आस करूँ जिसकी॥


ॐ जय जगदीश हरे।


तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी।


स्वामी तुम अन्तर्यामी।


पारब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥


ॐ जय जगदीश हरे।


तुम करुणा के सागर, तुम पालन-कर्ता।


स्वामी तुम पालन-कर्ता।


मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥


ॐ जय जगदीश हरे।


तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।


स्वामी सबके प्राणपति।


किस विधि मिलूँ दयामय, तुमको मैं कुमति॥


ॐ जय जगदीश हरे।


दीनबन्धु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।


स्वामी तुम ठाकुर मेरे।


अपने हाथ उठा‌ओ, द्वार पड़ा तेरे॥


ॐ जय जगदीश हरे।


विषय-विकार मिटा‌ओ, पाप हरो देवा।


स्वमी पाप हरो देवा।


श्रद्धा-भक्ति बढ़ा‌ओ, सन्तन की सेवा॥


ॐ जय जगदीश हरे।


श्री जगदीशजी की आरती, जो कोई नर गावे।


स्वामी जो कोई नर गावे।


कहत शिवानन्द स्वामी, सुख संपत्ति पावे॥


ॐ जय जगदीश हरे।


 


शुभ मुहूर्त


पंचांग के मुताबिक षटतिला एकादशी तिथि की शुरुआत 5 फरवरी 2024 यानी आज शाम 5 बजकर 24 मिनट से हो गई है जिसका समापन कल यानी 6 फरवरी 2024 को शाम 4 बजकर 7 मिनट पर होगा. 


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)