Jalabhishek Niyam: भोलेनाथ को करना चाहते हैं प्रसन्न? इस दिशा में खड़े होकर करें शिवलिंग पर जलाभिषेक, मिलेगा पूजा का पूर्ण फल
Shivling Jalabhishek Niyam: आप भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अगर नियमित रूप से शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं. इसके बावजूद आपको पुण्य फल नहीं मिल रहा तो इसमें भक्ति में कमी नहीं बल्कि आपको जलाभिषेक की दिशा सही करने की जरूरत है.
How to Please Lord Shiva: भगवान शिव को देवों का देव कहा जाता है. उन्हें स्वभाव से बहुत भोला माना जाता है. कहते हैं कि जो जातक भगवान शिव को प्रसन्न कर ले, उसे जीवन में फिर किसी चीज की कमी नहीं रहती है. उसे सभी तरह के दुखों और कष्टों से छुटकारा मिल जाता है. भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुभ माना जाता है. हालांकि ऐसा करते हुए दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है. कहते हैं कि अगर गलत दिशा में खड़े होकर शिवलिंग पर जल अर्पित किया जाए तो महादेव के रुष्ट होते देर नहीं लगती है. आइए आज इस संबंध में आपको विस्तार से बताते हैं.
इसके अलावा इस दिशा में न खड़े होकर चढ़ाएं जल
पुराणों में कहा गया कि भोलेनाथ (Lord Shiva) के शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय कभी भी अपना मुख पूर्व, उत्तर या पश्चिम दिशा की ओर नहीं करना चाहिए. इसकी वजह ये है कि इन दिशाओं में भगवान शिव के कंधे, पीठ आदि होते हैं. इन दिशाओं में मुख करके जल चढ़ाने से कभी भी शुभ फल नहीं मिलता है.
पूर्व दिशा की ओर खड़े होकर न अर्पित करें जल
शास्त्रों के मुताबिक पूर्व दिशा में भगवान शिव (Lord Shiva) का मुख्य द्वार होता है. जिसकी वजह से उस दिशा की ओर मुख करके शिवलिंग पर जल चढ़ाने से द्वार में बाधा आने लगती है. लिहाजा पूर्व दिशा की ओर मुख करके भी कभी जल नहीं चढ़ाना चाहिए.
इस दिशा में मुख करके चढ़ाएं जल
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक शिवलिंग (Shivling Jalabhishek Niyam) पर जल चढ़ाने के लिए दक्षिण दिशा उत्तम मानी जाती है. ऐसा करने से पुण्यफलों की प्राप्ति होती है. इस दौरान इस बात का वह जल उत्तर दिशा की ओर से शिवलिंग पर गिरे. साथ ही पानी एकदम से अर्पित करने के बजाय छोटी धारा के रूप में शिवलिंग पर चढ़ाएं. ऐसे करने से भोलेनाथ बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं और जातक पर उनकी कृपा बरसती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)