Solar Eclipse effect: सूर्य ग्रहण को धर्म, ज्‍योतिष में अच्‍छा नहीं माना जाता है. इस समय माहौल में नकारात्‍मक ऊर्जा बढ़ जाती है. इसलिए सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. साथ ही पूजा-पाठ वर्जित होता है. मंदिरों के पट बंद रहते हैं और ग्रहण के सूतक काल में कुछ भी खाने-पीने के लिए मना किया जाता है. आज 14 अक्‍टूबर 2023, शनिवार को सर्व पितृ अमावस्‍या को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है. यह सूर्य ग्रहण रात को लगेगा और भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इसका सूतक काल मान्‍य नहीं होगा. हालांकि सूर्य ग्रहण का देश-दुनिया और लोगों पर असर पड़ सकता है. लिहाजा सूर्य ग्रहण को लेकर कुछ सावधानियां बरतना उचित रहेगा. विशेष तौर पर गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के समय कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए. 


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सूर्य ग्रहण का गर्भवती महिलाओं पर असर 


मान्‍यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान प्रेगनेंट लेडीज को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए वरना मां और गर्भस्‍थ शिशु की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. आज सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर की रात 8:34 से शुरू होगा और मध्य रात्रि 2:25 पर समाप्त होगा. 


- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. ग्रहण के समय सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती हैं जो गर्भस्‍थ बच्‍चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकती हैं. 


- ग्रहण के दौरान नुकीली चीजों जैसे सुई, चाकू, कैंची आदि का इस्‍तेमाल ना करें. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. 


- सूर्य ग्रहण के दौरान कभी भी सूर्य को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए. हालांकि इस बार सूर्य ग्रहण रात में लगने के कारण भारत में नजर ही नहीं आएगा. 


- सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ खाएं-पिएं नहीं. यदि खाएं तो उसमें पहले से ही तुलसी के पत्‍ते डाले हुए होने चाहिए. ताकि ग्रहण के कारण भोजन-पानी आदि दूषित ना हो. 


- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान सोने की भी मनाही की गई है. 


- सूर्य ग्रहण के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें. साथ ही घर में भी गंगाजल छिड़कें और देवी देवताओं को भी स्‍नान कराएं. 


- ग्रहण के बाद हनुमान जी की उपासना करें.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)