Tamil Nadu Villupuram Temple: सवा 2 लाख रुपये में बिके इस मंदिर के 9 नींबू, आखिर क्या है इनमें ऐसा खास
Villupuram Famous Temple in Tamil Nadu: तमिलनाडु के विल्लुपुरम मंदिर में एक अनोखी नीलामी हुई है. यहां पर 9 नींबुओं की बोली लगाई गई और वे सवा 2 लाख रुपये से ज्यादा में बिके. यह घटना चर्चा में बनी हुई है.
Tamil Nadu Temple Lemon Auction: दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के मंदिर अपनी भव्यता, सुंदरता और संपन्नता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हैं. इसके चलते इन मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. तमिलनाडु का एक ऐसा ही प्रसिद्ध मंदिर है विल्लुपुरम मंदिर. यह मंदिर इस समय एक अनोखे मामले को लेकर चर्चा में आया है. हाल ही में यहां पर पंगुनी उथिरम पूजा उत्सव संपन्न हुआ है. इसके बाद इस मंदिर में 9 नींबू की बोली लगाई गई और यह बोली बहुत ऊंची रकम तक पहुंच गई. आलम यह रहा कि मंदिर में लगी नींबू की बोली में 9 नींबू 2.3 लाख रुपये में नीलाम हुए. महज 20-30 रुपये में मिलने वाले इन नींबूओं की इतनी बड़ी बोली लगने की घटना चर्चा में है. आइए जानते हैं कि नींबूओं की इतनी ऊंची बोली लगने की वजह क्या रही और इन नींबूओं में ऐसा क्या खास था कि लोग इन्हें खरीदने के लिए लालायित थे.
देवता के पवित्र भाले पर लगे थे ये नींबू
विल्लुपुरम मंदिर में हर साल पंगुनी उथिरम उत्सव मनाया जाता है. यह उत्सव मनाने की परंपरा कई वर्षों से पुरानी है. इस उत्सव के आखिरी दिन पूजा में उपयोग हुए नींबू की निलामी की जाती है. इस बार इस मंदिर के 9 नींबू 2.3 लाख रुपये में नीलाम हुए हैं. दरअसल, ये नींबू देवता के पवित्र भाले पर लगे हुए थे. इन नींबूओं को लेकर मान्यता है कि इन नींबू से बने नींबू पानी का सेवन करने से बांझपन दूर हो जाता है. साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि आती है. ऐसे में नि:संतान दंपत्ती नीलामी में इन नींबुओं को खरीदने के लिए बड़े इच्छुक रहते हैं. लोगों का दृढ़ विश्वास है कि भगवान मुरुगा के भाले में लगे इन नींबू में जादुई शक्तियां होती हैं.
कीलों के मंच पर खड़े होकर होती है नीलामी
तमिलनाडु के इस मंदिर के पवित्र नींबू की ना केवल नीलामी किए जाने की घटना अनोखी है, बल्कि नींबूओं की नीलामी करने का तरीका भी बहुत खास होता है. दरअसल यह उत्सव से जुड़े विभिन्न अनुष्ठानों का संचालन करने के बाद मंदिर के पुजारी कील-जड़ित मंच के ऊपर खड़े होकर इन नींबू की नीलामी करते हैं. इसके बाद लोग ऊंची से ऊंची बोली लगाकर ये नींबू खरीदते हैं. 9 दिन के उत्सव के दौरान मंदिर के पुजारी हर दिन एक नींबू को भाले से छेदते हैं. फिर उत्सव के आखिरी दिन मंदिर प्रबंधन नींबू की नीलामी करता है. इसमें पहले दिन के नींबू को सबसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है.
इस साल कुलथुर गांव के एक जोड़े ने 50,500 रुपये में पहले दिन के नींबू को खरीदा है. वहीं सभी 9 नींबू कुल 2,36,100 रुपये में नीलाम हुए हैं.