Guru Ko Majbut Karne Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह का अपना अलगग महत्व है. कुंडली में किसी भी ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कहते हैं कि जीवन में बृहस्पति ग्रह का संतुलित होना बेहद जरूरी है. गुरु को वफादारी और समझदारी का ग्रह है. जीवन में कोई भी ग्रह कितना भी मजबूत क्यों न हो, लेकिन बृहस्पति ग्रह की स्थिति पर ही निर्भर करता है कि व्यक्ति को जीवन में कितनी सफलता मिलेगी.  


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व्यक्ति जीवन में कितना आनंद उठाएगा ये गुरु के मजबूत होने पर ही निर्भर करता है. अगर कुंडली में बृहस्पति कमजोर है, तो व्यक्ति को कितनी भी सफलता और प्रसिद्धि क्यों न मिल जाए, लेकिन कुछ समय बाद वे शून्य हो जाता है. वहीं, हस्तरेखा शास्त्र में गुरु का स्थान तर्जनी और उसके नीचे के पर्वत को बृहस्पति का स्थाना माना जाता है. आज हम जानेंगे कुंडली में गुरु के कमजोर होने पर व्यक्ति को क्या संकेत मिलते हैं. और गुरु को मजबूत करने के उपाय.  


गुरु के कमजोर होने पर मिलते हैं ये लक्षण


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में गुरु के कमजोर होने पर व्यक्ति के ज्ञान पर प्रभाव देखने को मिलता है. वहीं, व्यक्ति ज्ञान की कमी के कारण पीड़ित होता है.


- बता दें कि कुंडली में गुरु के कमजोर होने पर बृहस्पति के कारण व्यक्ति समाज में पीड़ित हो सकता है. 


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कमजोर गुरु के कारण व्यक्ति को समाज में वास्तविक प्रसिद्धि नहीं मिल पाती. 


- कुंडली में गुरु के कमजोर होने पर व्यक्ति आसानी से दूसरों पर हावी हो जाता है. 


- गुरु के मजबूत न होने पर व्यक्ति दूसरों को अपने बात समझाने में कठिनाई महसूस करता है. 


- इसके साथ ही, व्यक्ति को बालों के झड़ने या बालों के नियमित रूप से झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है. 


- व्यक्ति को उन सभी समस्याओं के लिए दोषी ठहराया जाता है, तो आपने कभी नहीं की होती. 


- पढ़ाई में ब्रेक लग जाता है. 


- व्यक्ति गुरु के कमजोर होने पर पैसा या सोना खो देता है. शादी में देरी होने लगती है. वहीं, व्यक्ति को लीवर के खराब  होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. 


गुरु के कमजोर होने पर क्या करें या न करें


- अगर आप कुंडली में गुरु को मजबूत करना चाहते हैं, तो नियमित रूप से माथे पर चंदन या हल्दी का लेप लगाएं.


- हमेशा सोने के गहने पहनें. इन्हें ग्रह के पूरक माना जाता है. 


- अगर संभव हो तो पीले रंग की टोपी पहनें और पीले दुपट्टे से सिर को ढक कर रखें. 


- इस दिन मांसाहारी भोजन न करें. शराब आदि का सेवन न करें.


- किसी भी नए काम की शुरुआत से पहले माता पिता का आशीर्वाद अवश्य लें.  


- अनाथ, गरीबों और जरूरतमंदों को मिठाई और केले का दान करें.


- अगर कुछ नया काम कर रहे हैं, तो नियमित रूप से पहले 8 दिन तक किसी मंदिर में हल्दी का दान करें. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)