Turmic Water Astro Tips: हिंदू धर्म में हल्दी का विशेष महत्व है. यह शुभता, पवित्रता और चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध है. हल्दी को धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा में प्रसाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. विवाह और अन्य संस्कारों में भी हल्दी का अभिषेक विशेष महत्व रखता है, जो शुभता और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है. इसके अलावा, हल्दी के चिकित्सीय गुणों को भी महत्व दिया जाता है और यह घरों में सामान्य तरीके से चिकित्सकीय समस्याओं के उपचार में भी इस्तेमाल होती है. इसके अलावा, हल्दी ज्योतिष में भी विशेष महत्वपूर्ण स्थान रखती है. हल्दी के पानी का मुख्य द्वार पर छिड़काव करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है. 


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पवित्रता का प्रतीक
हल्दी को हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक ग्रंथों में अत्यंत पवित्र माना जाता है. यही कारण है कि हल्दी के पानी के मुख्य द्वार पर छिड़काव से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है.


पूजा-पाठ में हल्दी
हल्दी का पानी घर के मुख्य द्वार पर डालने से नकारात्मक शक्तियां और अशुभता दूर होती है, जिससे घर में अधिक शुभता और प्रसन्नता बनी रहती है.


ज्योतिष और हल्दी
ज्योतिष में यह माना गया है कि मुख्य द्वार पर हल्दी के पानी का छिड़काव से वास्तु दोष और ग्रह दोष मिटते हैं. 


राहु और हल्दी
ज्योतिष में यह भी माना जाता है कि घर की दहलीज राहु ग्रह से संबंधित है. हल्दी के पानी का छिड़काव से राहु का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है.


शुभ-लाभ
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी पानी डालने से श्रीगणेश के पुत्र शुभ-लाभ की अनुकूलता बनी रहती है और घर में हर प्रकार की शुभता और समृद्धि बनी रहती है.


मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा
हल्दी पानी से मुख्य द्वार को पवित्र करने से मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा घर पर सदैव बनी रहती है.


धन की बढ़ोतरी
ज्योतिष के अनुसार, हल्दी पानी में एक रुपये का सिक्का डालकर छिड़काव करने से और उस सिक्के को मंदिर में चढ़ाने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)