वैशाख पूर्णिमा 2024: वैशाख महीना भगवान विष्‍णु को समर्पित है. वहीं इसकी पूर्णिमा को विशेष माना गया है. इस दिन गंगा स्‍नान करने का बड़ा महत्‍व है. साथ ही वैशाख पूर्णिमा के ही दिन भगवान बुद्ध का जन्‍म हुआ था. इसी दिन उन्‍हें बोधगया में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसलिए बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध पूर्णिमा का दिन बहुत ही खास होता है. साथ ही पूर्णिमा के दिन चंद्रमा 16 कलाओं से पूर्ण होता है. इसलिए पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से बड़ा लाभ मिलता है. इससे कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है, मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य बेहतर होता है. मन को शीतलता मिलती है. साथ ही पूर्णिमा के दिन स्‍नान-दान किया जाता है. माता लक्ष्‍मी की पूजा की जाती है. लेकिन इस दिन कुछ काम करने की मनाही भी की गई है. 


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वैशाख पूर्णिमा के दिन ना करें ये काम 


धर्म-शास्‍त्रों में जिस तरह पूर्णिमा के दिन किए जाने वाले कामों के बारे में बताया गया है, वैसे ही उन कामों के बारे में भी बताया गया है, जो इस दिन वर्जित बताए गए हैं. आइए जानते हैं कि वैशाख पूर्णिमा के पवित्र दिन क्‍या काम नहीं करें. 


तामसिक भोजन: वैसे तो कभी भी तामसिक भोजन यानी कि मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए लेकिन वैशाख पूर्णिमा के दिन तामसिक भोजन का सेवन करने की गलती ना करें. ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी नाराज हो जाती हैं और जीवन में आर्थिक तंगी बढ़ती है. 


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 काले वस्त्र: वैशाख पूर्णिमा के दिन काले वस्त्र ना पहनें. खासतौर पर पूजा करते समय काले कपड़े पहनने की गलती ना करें. पूर्णिमा के दिन काले रंग की चीजों का उपयोग वर्जित है. 


बाल-नाखून: वैशाख पूर्णिमा के दिन बाल और नाखून भी नहीं कटवाने चाहिए. चूंकि पूर्णिमा के दिन पितरों की आत्‍मा की शांति के लिए तर्पण, दान-पुण्‍य आदि किया जाता है. इसलिए इस दिन बालों और नाखूनों को काटना वर्जित है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)