Vinayak Chaturthi Shubh Muhurat: कोई भी धार्मिक या मांगलिक कार्य हो, सर्वप्रथम गणपति भगवान की पूजा की जाती है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, बिना गणपति पूजन के कोई भी कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है. विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश के लिए व्रत रखकर उनकी उपासना की जाती है. इस पर्व का हिंदू धर्म में बेहद महत्व है. इस साल विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई को रखा जाएगा. इस बार यह पर्व खास संयोग में मनाया जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं कि शुभ मुहूर्त और इस संयोग के बारे में...  


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शुभ मुहूर्त


हिंदू पंचाग के अनुसार, इस साल विनायक चतुर्थी की तिथि 22 मई को रात 11 बजकर 55 मिनट से शुरू हो रही है और इसका समापन 24 तारीख को सुबह 10 बजकर 32 मिनट पर होगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार विनायक चतुर्थी का व्रत 23 मई को रखा जाएगा.


दोष से मुक्ति


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस बार विनायक चतुर्थी के दिन बड़ा मंगल भी पड़ रहा है. इस दिन महाबली हनुमान जी की पूजा की जाती है. ऐसे में जिन लोगों की कुंडली में राहु-केतु या मंगल दोष है. इन ऐसे लोगों के लिए विनायक चतुर्थी का दिन बेहद खास है. इस दिन भगवान गणेश और हनुमान जी के आशीर्वाद से ये सभी दोष दूर हो जाएंगे, क्योंकि गणपति बप्पा के पूजा से राहु-केतु के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है. वहीं, बजरंग बली की अराधना से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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