Apophis 2029: करीब पांच साल बाद, 13 अप्रैल 2029 को दुनिया एक अनोखी खगोलीय घटना की गवाह बनेगी. धरती के नजदीकी एस्टेरॉयड्स में से एक एपोफिस पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरेगा. इस इवेंट को Apophis 2029 कहा जा रहा है. एपोफिस को यह नाम मिस्र के 'विनाश के देवता' के नाम पर मिला है. 13 अप्रैल 2029 को एपोफिस एस्टेरॉयड धरती से सिर्फ 48,280 किलोमीटर दूर मौजूद होगा. एपोफिस का साइज करीब 1000 फीट (लगभग 305 मीटर) है. 13 अप्रैल 2029 को यह इतना करीब होगा कि नंगी आंखों से देखा जा सकेगा. पृथ्वी के इतने करीब से गुजरने का मतलब है कि वैज्ञानिकों को भी एपोफिस पर रिसर्च का मौका मिलेगा. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के वैज्ञानिक बेसब्री से 13 अप्रैल 2029 का इंतजार कर रहे हैं. उस दिन NASA का OSIRIS-APEX स्पेसक्राफ्ट ऐसी पोजीशन में होगा कि एपोफिस एस्टेरॉयड की स्टडी कर सके.


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NEAlight प्रोजेक्ट के छोटे सैटेलाइट्स की एक टुकड़ी भी एपोफिस पर नजर रखेगी. स्पेस इंजीनियर हकन कायल के नेतृत्व में जूलियस-मैक्सिमिलियंस-यूनिवर्सिटैट वुर्जबर्ग की एक टीम ने  प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है. इन तीन सैटेलाइट्स की मदद से महत्वपूर्ण डेटा जुटाया जाएगा. वह डेटा सौरमंडल की समझ बेहतर करेगा और पृथ्वी की रक्षा के लिए रणनीतियां बनाने में काम आ सकता है. 


13 अप्रैल 2029 को धरती के पास से गुजरेगा एपोफिस

एपोफिस : 'विनाश के देवता' के नाम पर एस्टेरॉयड का नाम


एपोफिस की खोज 2009 में हुई थी. यह अपने साइज और धरती से नजदीकी की वजह से वैज्ञानिकों के रडार पर रहा है. यह यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) की रिस्क लिस्ट और NASA के सेंट्री रिस्क टेबल पर 17 साल तक मौजूद रहा. 2021 में वैज्ञानिकों ने पाया कि इसके धरती से अगले 100 साल तक टकराने का खतरा नहीं है. तब एपोफिस को रिस्क लिस्ट से बाहर कर दिया गया. खतरा न होने के बावजूद, 2029 में जब यह धरती के पास से गुजरेगा तो वैज्ञानिकों के पास इसकी स्टडी करने का शानदार मौका होगा. एपोफिस ने लगभग 4.6 अरब वर्ष पहले सौरमंडल के बनने के बाद से इसके इतिहास को देखा है.