मॉस्को: दुनिया की सबसे ठंडी जगहों में से एक साइबेरिया और आर्कटिक के पर्माफ्रास्ट से वैज्ञानिकों ने एक छोटे से जीव की खोज की है जो कि लगभग 24 हजार साल तक बिना कुछ खाए-पिए ठंडी कब्र में दफन रहा. लेकिन हैरानी की बात यह थी कि जब उसे निकाला गया तो वह सही सलामत था. बाहर आते ही उसने अपने जैसा ही एक जीव बना डाला. 


हजारों साल पुरानी खोज


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बीबीसी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस जीव ने खुद को बचाए रखने के लिए अपने शरीर को ही जमा लिया था. इन्हें डेलायड रोटीफर्स (Rotifers) या व्हील एनिमल्स कहते हैं. ये बहुत सारी कोशिकाओं वाले माइक्रोस्कोपिक जीव हैं. इनके मुंह के चारों ओर बालों का गुच्छा सा बना रहता है. 


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वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमयुग के दौरान आम तौर पर साफ पानी में रहने वाले ये जीव पर्माफ्रॉस्ट में जाकर जम गए. रूसी रूस के इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकोकेमिकल एंड बायोलॉजिकल प्रॉब्लम्स इन सॉयल साइंस से जुड़े स्टास मालविन ने कहा, 'पहले ऐसे रोटीफर्स चुके हैं, जो -20 डिग्री के तापमान में 10 साल तक रह सकते हैं. लेरिन इस बार उनके हाथ एक ऐसा रोटिफर लगा है, जो साइबेरियन पर्माफ्रॉस्ट में दफन हुए थे और ये हजारों साल पहले के हैं.


अद्भुत ताकत


वैज्ञानिकों के मुताबिक, डेलॉयड रोटिफर्स को जन्म देने के लिए किसी की जरूरत नहीं होती, क्योंकि ये अलैंगिक होते हैं. ऐसे में इसे वैज्ञानिकों ने जैसे ही जिंदा किया तो, वो अपने क्लोन बनाने लगा. जहां से इन्हें पाया गया है, वहां जमीन जमकर सख्त हो चुकी थी. ऐसे में इसके अंदर रहने वाला कोई भी जिंदा या मरा हुआ जीव सालों तक सुरक्षित रह सकता है.


क्या होते हैं रोटिफेरा?


रोटिफेरा अत्यधिक छोटे जंतुओं की श्रेणी में आते हैं. शरीर लंबाकार होता है. इनकी लंबाई 0.04 से 2 मिलीमीटर तक होती है. लेकिन अधिकतर 0.5 मिलीमीटर से लंबे नहीं होते. आकार में छोटे होने के बावजूद भी इनके शरीर के भीतर अनेक जटिल इंद्रियतंत्र होते हैं. 


(एजेंसी इनपुट के साथ)