Science News in Hindi: डायनासोर पृथ्वी पर लगभग 165 मिलियन वर्षों तक रहे. लगभग 245 मिलियन वर्ष पहले, ट्राइसिक काल से लेकर लगभग 65 मिलियन वर्ष पहले क्रेटेशियस काल के अंत तक उनका अस्तित्व रहा. इस समयावधि को मेसोजोइक युग या 'डायनासोर का युग' के रूप में जाना जाता है. करोड़ों साल तक डायनासोर दुनिया पर राज करते रहे, लेकिन करीब 66 मिलियन साल पहले एक बड़ा एस्टेरॉयड धरती से टकराया और डायनासोर सामूहिक रूप से विलुप्त हो गए. उस दौर के जीवाश्मों से हमें यह पता चलता है कि डायनासोर कैसे धरती के सबसे प्रमुख जीव बन गए.


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सेंट्रल यूरोप के पोलिश बेसिन में मिले 500 से अधिक फॉसिल हमें जुरासिक काल की शुरुआत की कहानी बताते हैं. लेकिन ये जीवाश्म हड्डियां, दांत या पैरों के निशान नहीं हैं. ये ब्रोमालाइट्स हैं - मल या उल्टी जैसे पाचन पदार्थों के जीवाश्म अवशेष. इन ब्रोमालाइट्स का एनालिसिस हाल ही में 'नेचर' पत्रिका में छपा है.


डायनासोर के मल और उल्टी ने हमें क्या बताया?


रिसर्चर्स ने 3D इमेजिंसग के जरिए प्राचीन, पचाए गए खाने में क्या-क्या था, इसका पता लगाया. फिर उसकी तुलना फॉसिल रिकॉर्ड में मौजूद अन्य सबूतों से की गई. पता चला कि सर्वाहारी शुरुआती डायनासोर उन गैर-डायनासोर जानवरों को मात देने में सक्षम थे जो पहले जमीन पर हावी थे. ये शुरुआती डायनासोर ट्राइसिक काल के अंत में मांसाहारी और शाकाहारी बन गए.


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डायनासोर पहली बार ट्राइसिक के मध्य में, लगभग 240 मिलियन वर्ष पहले विकसित हुए. स्टडी के लेखकों ने लिखा है कि 'हालांकि, डायनासोर के प्रभुत्व वाले स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र... लगभग 30 मिलियन साल बाद, शुरुआती जुरासिक युग तक प्रकट नहीं हुए.'


कैसे तेजी से हुआ डायनासोरों का विकास


अपनी स्टडी में, लेखकों ने सुझाया है कि उनके निष्कर्ष वनस्पति में व्यापक बदलाव की ओर इशारा करते हैं, जो शायद ज्वालामुखी गतिविधि में बढोतरी के चलते हुआ. रिसर्चर्स के मुताबिक, इसी बदलाव ने शुरुआती डायनासोर पूर्वजों के विकास को प्रेरित किया. इससे बड़े और अधिक विविध शाकाहारी और परिणामस्वरूप, बड़े मांसाहारी जानवर पैदा हुए होंगे.


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लेखकों ने कहा, 'हमारा सुझाव है कि पोलिश डेटा में दिखाई गईं ग्लोबल पैटर्न की व्याख्या कर सकती हैं, जो डायनासोर के प्रभुत्व के पर्यावरणीय रूप से नियंत्रित उद्भव पर नई रोशनी डालती हैं, जो क्रेटेशियस के अंत तक बड़े पैमाने पर विलुप्त होने तक बनी रही.'


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