आकाश से धरती पर आ रही आफत, GPS सिग्नल नहीं करेंगे काम; ठप हो जाएगा मोबाइल!
Solar Flare: इस सौर तूफान को X1 category में रखा गया है, जो शनिवार को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है.
नई दिल्ली: नासा (NASA) की सोलर डायनेमिक्स आब्जर्वेटरी (Solar Dynamics Observatory) ने सूरज से निकलने वाली तेज चमक (Solar Flare) को कैप्चर किया है, जो एक बड़े सौर तूफान का संकेत है. नासा (NASA) के मुताबिक, ये शनिवार 30 अक्टूबर को धरती से टकरा सकता है और इसकी वजह से GPS सिग्नल बाधित हो सकते हैं.
सूरज के केंद्र से आ रहा विशाल सौर तूफान
Solar Flare को लेकर नासा ने बताया है कि ये तेज चमक AR2887 सनस्पॉट से आ रही है. इस सनस्पॉट से तय किया जा सकेगा कि क्या धरती की तरफ आ रहा ये विशाल सौर तूफान कोई बड़ा नुकसान भी पहुंचा सकता है.
स्पेसवेदर डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, ये तेज सौर तूफान सूरज के केंद्र से आ रहा है और इसकी प्रचंड रोशनी सीधे धरती की तरफ पड़ेगी.
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बड़े रेडियो ब्लैकआउट की वजह
इस सौर तूफान को X1 Category में रखा गया है, जो शनिवार को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है. X1 category के सौर तूफान अस्थायी, लेकिन बड़े रेडियो ब्लैकआउट की वजह बन सकते हैं. US Space Weather Prediction Center के मुताबिक, इसका असर दक्षिण अमेरिका में दिख सकता है.
कम्युनिकेशन सिग्नल पर पड़ सकता है असर
वैज्ञानिकों के मुताबिक, सूरज के केंद्र से उठने वाला ये तेज सौर तूफान रेडिएशन का शक्तिशाली विस्फोट है, लेकिन इस तेज रेडिएशन की धधक धरती के वातावरण को पार करके इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचा सकती. हालांकि ये इतना तेज चमक होगी कि वातावरण के उस लेयर में जिसमें जीपीएस और कम्युनिकेशन सिग्नल ट्रैवल करते हैं, उसे प्रभावित कर सकती है.
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नासा के मुताबिक, X-class सबसे प्रचंड रूप वाले सौर तूफान को दिखाता है. नंबर के बढ़ने के साथ जैसे X1, X2 या X3 होने का अर्थ है कि इसकी तीव्रता दोगुनी और तीना गुना ज्यादा है.