Earth Core: ऐसा माना जाता रहा है कि धरती का इनर कोर लोहे के अयस्कों का एक ठोस गोला है और बाहर तरल आउटर कोर (Liquid Outer Core) है, लेकिन हाल में आई रिसर्च कुछ और कहती है.
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नई दिल्ली: वैज्ञानिकों ने धरती के केंद्र में छिपी एक पूरी तरह से नई दुनिया की खोज की है. इसे जमीन के नीचे 'पाताल' की खोज जैसा माना जा रहा है. अब तक धरती के केंद्र यानी इनर कोर (Core) को लेकर दावा किया जाता रहा है कि इनर कोर ठोस है, लेकिन नई रिसर्च के मुताबिक, इनर कोर पिलपिला है.
हैरान कर रही नई स्टडी
50 सालों से ज्यादा समय से ऐसा माना जाता रहा है कि धरती का इनर कोर यानी केंद्र लोहे के अयस्कों का एक ठोस गोला है और बाहर तरल आउटर कोर (Liquid Outer Core) है, लेकिन हाल में आई रिसर्च कुछ और कहती है.
ये रिसर्च जर्नल फिजिक्स ऑफ द अर्थ एंड प्लैनेटरी इंटीरियर्स में प्रकाशित हुई है. इसके अनुसार, इनर कोर पूरी तरह से ठोस नहीं है. ये कई जगहों पर थोड़ा नरम से लेकर तरल धातु की तरह है यानी पिलपिला (Mushy) है.
इंग्लैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल की सीस्मोलॉजिस्ट जेसिका इरविंग के मुताबिक, धरती के इनर कोर को लेकर जितनी स्टडी की जा रही है, उतने ही नए खुलासे हो रहे हैं. जेसिका इरविंग कहती है कि धरती का इनर कोर ठोस लोहे का गोला नहीं है. हम धरती के केंद्र में एक पूरी नई दुनिया देख रहे हैं. हालांकि जेसिका खुद हाल में की गई स्टडी में शामिल नहीं हैं, उन्होंने इस स्टडी को पढ़ा है.
हाल में की गई रिसर्च में हवाई इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स एंड प्लैनेटोलॉजी के भू-भौतिक विज्ञानी रेट बटलर (Rhett Butler) और उनकी टीम ने बड़े भूकंपों से उठने वाली भूगर्भीय तरंगों की जांच की. उन्होंने धरती पर आए बड़े भूकंपों से निकलने वाली तरंगों को पांच अलग-अलग स्थानों पर मापा और पाया कि तरंगें धरती के कोर तक जाती हैं, फिर वहां से निकल कर पूरी दुनिया में फैलती हैं.
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रेट बटलर ये देखकर हैरान रह गए कि तरंगें धरती के इनर कोर में मौजूद ठोस गोले के कुछ हिस्सों से टकराकर वापस आ गईं और कुछ हिस्सों से पार कर गईं. इसी बात से वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि धरती का इनर कोर पूरी तरह से ठोस नहीं है. तरंगों ने ठोस गोले के कुछ हिस्सों को पार कर लिया यानी वहां पर तरल धातु है या फिर नरम है.
रेट बटलर और उनके साथी ने कई बार इसे चेक किया और जांचा, हर बार एक ही परिणाम सामने आया. तब जाकर रेट इस नतीजे पहुंचे कि धरती का इनर कोर यानी केंद्र पूरी तरह से ठोस नहीं है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इनर कोर के अंदर धातु ठोस, तरल और नरम तीनों रूप में मौजूद है. यह एक अलग तरह की दुनिया है. जिसके बारे में सालों बाद पता चला है.