सुनीता विलियम्स की तरह स्पेस में फंसे एस्ट्रोनॉट्स को बचाने का है कोई प्लान? नासा दे रहा बड़ा इनाम
Nasa: नासा ने दुनिया भर के लोगों को इनाम जीतने का खास मौका दिया है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने कहा है कि स्पेस में फंसने वाले एस्ट्रोनॉट्स को निकालने के लिए कुछ प्लान बताइए और इसके बदले में सबसे बेहतरीन जवाब देने वाले को 20 हजार डॉलर मिल सकते हैं.
NASA: अंतरिक्ष की दुनिया में आम जनता की दिलचस्पी पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी के साथ बढ़ी है. साथ ही स्पेस एजेंसियां भी अब धीरे-धीरे आम लोगों को मिशनों के अंदर शामिल कर रही है. हाल ही में अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एक बड़ी ऐलान करते हुए आम लोगों को बड़ी चुनौती दी है. नासा ने सुनीता विलियम्स की तरह फंस जाने वाले लोगों को निकालने के लिए प्लान मांगा है. नासा ने कुछ सवाल पूछे हैं और कहा है और जो भी इस सवाल के जवाब में सबसे बेहतरीन आइडिया पेश करेगा उसे 17 लाख रुपये (20 हजार डॉलर) इनाम के तौर पर दिए जाएंगे. 23 जनवरी के तक स्पेस एजेंसी को जवाब दिए जा सकते हैं.
32 लाख इनाम देगा नासा
नासा ने अपने आर्टेमिस मिशन के हिस्से के रूप में इस अहम चुनौती का ऐलान किया है. जिसमें ग्लोबल इनोवेटर को चांद पर अक्षम अंतरिक्ष यात्रियों की मदद के लिए एक चंद्र बचाव सिस्टम डिजाइन करने के लिए कहा है. नासा ने इसके लिए 45 हजार डॉलर (32 लाख रुपये) के इनाम का ऐलान भी किया है. सबसे बेहतरीन आइडिया देने वाले को 20,000 डॉलर मिल सकत हैं. इसके लिए आपको HeroX पोर्टल के माध्यम से 23 जनवरी 2025 तक अपने आइडियाज भेजने हैं.
नासा की सारा डगलस ने जोखिम के बारे में बताया,'चंद्रमा के कठोर वातावरण में किसी अंतरिक्ष यात्री के चालक दल के सदस्य के अचनाक से पेश हो जाने वाली परेशानियों (चोट, मेडिकल इमरजेंसी या मिशन से संबंधित घटना) की वजह से डिसेबल हो जाने की संभावना एक गंभीर चिंता का विषय है.'
चंद्र बचाव प्रणाली की आवश्यकता
सितंबर 2026 के लिए निर्धारित आर्टेमिस मिशन का मकसद चांद के दक्षिणी ध्रुव का पता लगाना है, जो ज्यादा तापमान और ऊबड़-खाबड़ इलाकों वाला क्षेत्र है. एक महत्वपूर्ण चिंता यह है कि किसी अंतरिक्ष यात्री के चोट, मेडिकल इमरजेंसी या हादसे की वजह से अक्षम होने की संभावना है. नासा इस बात पर जोर देता है कि ऐसे अंतरिक्ष यात्री को चंद्र लैंडर पर वापस ले जाने के लिए एक विश्वसनीय तरीका होना महत्वपूर्ण है.
क्या हैं चांद पर चुनौतियां?
यह चुनौती चांद की सतह पर पूरी तरह से सुसज्जित अंतरिक्ष यात्री को ले जाने की परेशानियों से पैदा हुई है. जबकि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण वजन कम करता है, अंतरिक्ष यात्री का स्पेससूट मैन्युअल परिवहन के लिए बहुत भारी रहता है. इस सबको और मुश्किल बनाते हैं चांद की खड़ी ढलानें, चट्टानी इलाके और दक्षिणी ध्रुव पर बड़े गड्ढे. कहा जा रहा है कि यहां चट्टानें 20 मीटर तक चौड़ी हो सकती हैं और गड्ढे 1 से 30 मीटर व्यास के बीच अलग-अलग साइज के हो सकते हैं.
जल्द लौटेंगी सुनीता विलियम्स
बता दें कि सुनीता विलियम्स के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मौजूद अभियान 72 का दल स्पेसएक्स ड्रैगन कार्गो अंतरिक्ष यान का इस्तेमाल करके वापस लाने की कोशिशों में लगा हुआ है. बताया जा रहा है कि इस हफ्ते अंतरिक्ष यात्री अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं और वापसी की पैकिंग भी चल रही है.