Neutron Star News: आस्ट्रेलियाई एस्ट्रोनॉमर्स ने एक 'बेहद अजीब' न्यूट्रॉन स्टार की खोज की है. यह अभी तक मिले सभी न्यूट्रॉन तारों के मुकाबले धीमी गति से घूमता है. आमतौर पर न्यूट्रॉन तारों के घूमने की रफ्तार काफी तेज होती है. हालांकि, Nature Astronomy में छपी स्टडी के मुताबिक, ASKAP J1935+2148 नामक यह न्यूट्रॉन स्टार कहीं धीमी स्पीड से घूम रहा है. यह न्यूट्रॉन तारा पृथ्वी से 14,000-17,600 प्रकाश वर्ष की दूरी के बीच स्थित है.


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अभी तक रेडियो वेव्स उत्सर्जित करने वाले 3,000 से ज्यादा न्यूट्रॉन तारों की खोज हुई है. लेकिन इस नए मिले तारे की स्पिन न्यूट्रॉन तारों के दायरे से बाहर है.


न्यूट्रॉन तारे क्या होते हैं?


न्यूट्रॉन तारे तब बनते हैं जब महाविशाल तारे सुपरनोवा के साथ मर जाते हैं. सभी बाहरी परतों को निकाल चुकने के बाद, मृत तारे की कोर ढह जाती है. इस कोर का द्रव्यमान हमारे सूर्य के द्रव्यमान से कहीं ज्यादा होता है. इतने बड़े द्रव्यमान वाली कोर करीब 20 किलोमीटर में फैली गेंद में बदल जाती है. यानी, न्यूट्रॉन तारे ब्रह्मांड की सबसे घनी वस्तुओं में से एक होते हैं. यहां पदार्थ इतना घना होता है कि इलेक्ट्रॉन और प्रोटीन एक साथ दबकर न्यूट्रॉन बनाते हैं.


यह भौतिकी इतनी जटिल होती है कि न्यूट्रॉन तारे बेहद तेज गति से घूमते हैं. हालांकि, ASKAP J1935+2148 के मामले में ऐसा नहीं है. वैज्ञानिकों ने इसे 'ऑस्ट्रेलियन स्क्वेयर किलोमीटर एरे पाथफाइंडर' (ASKAP) रेडियो टेलीस्कोप की मदद से खोजा. ASKAP को ऑस्ट्रेलिया की नेशनल साइंस एजेंसी CSIRO ऑपरेट करती है.


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गलती से खोजा गया यह न्यूट्रॉन स्टार


इस न्यूट्रॉन तारे की खोज गलती से हुई. वैज्ञानिक असल में अक्टूबर 2022 में GRB 221009A गामा किरण विस्फोट को निहार रहे थे. वैज्ञानिकों की खोज के नतीजे Nature Astronomy जर्नल में छपे हैं. 


CSIRO में रिसर्चर और स्टडी के को-लीड ऑथर एमिल लेन्ज ने कहा, 'हम गामा किरणों के सोर्स की मॉनिटरिंग के साथ एक तेज रेडियो बर्स्ट की तलाश कर रहे थे, जब मैंने इस ऑब्जेक्ट को अचानक डेटा भेजते देखा. एक ही फील्ड-ऑफ-व्यू में तीन बेहद अलग चीजें थीं.' लेन्ज के अनुसार, यह ऑब्जेक्ट इसलिए भी अजीब है क्योंकि यह तीन अलग तरह के उत्सर्जन चरण दिखाता है. एक मजबूत पल्स जो दसियों सेकेंड्स तक रहता है, एक कमजोर पल्स जो सैकड़ों मिलीसेकेंड्स तक रहता है और एक आराम वाला मोड जिसमें कोई पल्स नहीं.


स्टडी की लीड ऑथर और यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी की मनीषा कालेब ने कहा कि 'इस तरह से रेडियो पल्स उत्सर्जित करने वाले न्यूट्रॉन तारे की खोज करना बेहद असामान्य है.' यह पल्स बेहद ताकतवर चुंबकीय क्षेत्र वाले सफेद बौने तारे की वजह से भी हो सकती थी लेकिन ऐसा कोई ऑब्जेक्ट आसपास मिला नहीं. एक धीमा घूमने वाले न्यूट्रॉन स्टार की मौजूदगी से इस घटना को सबसे अच्छे से समझाया जा सकता है. वैज्ञानिक अब इस अजीब सिग्नलों के बारे में और रिसर्च करना चाहते हैं.