नई दिल्ली: चीनी साइंटिस्‍टों ने ओमिक्रॉन के बारे में एक सनसनीखेज खुलासा किया है. एक नए अध्ययन की मानें तो हो सकता है कि कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की उत्पत्ति चूहों से हुई हो. 


कोरोना वायरस मनुष्यों से चूहों में गया


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हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की रिपोर्ट के अनुसार, ये अध्ययन चीनी शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है जिसमें इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि कोरोना वायरस मनुष्यों से चूहों में गया और फिर कई म्‍यूटेशन से गुजरने के बाद ये वापस मनुष्‍यों में आया. 


चूहों और इंसानों में ओमिक्रॉन के 5 म्‍यूटेशन एक जैसे 


अध्ययन में कहा गया है कि कोरोना वायरस के इस म्‍यूटेशन में ऐसी बातें सामने आई हैं जो पहले के रोगियों के नमूनों में शायद ही कभी पाई गई हों. इंसानों में ओमिक्रॉन वेरिएंट के पांच म्‍यूटेशन, चूहों के फेफड़ों के नमूनों में पाए गए म्‍यूटेशन के समान ही हैं. 


ओमिक्रॉन में होते हैं 50 से अधिक म्‍यूटेशन 


ये अध्ययन तिआंजिन में नानकाई विश्वविद्यालय और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है और Biosafety and Biosecurity journal में प्रकाशित किया गया है. इन शोधकर्ताओं के अनुसार, ओमिक्रॉन की उत्पत्ति अज्ञात बनी हुई है. इसमें 50 से अधिक म्‍यूटेशन होते हैं जिनमें से कई पिछले रूपों में नहीं पाए जाते हैं. 


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ओमिक्रॉन के बारे में किए जाते हैं ये तीन दावे 


बता दें कि ओमिक्रॉन की उत्पत्ति के बारे में मोटे तौर पर तीन सिद्धांत हैं. एक का कहना है कि वायरस एक immunocompromised व्यक्ति में म्‍यूटेट होता है. दूसरे का कहना है कि इस पर किसी का ध्यान नहीं गया कोविड रोगियों के बीच म्‍यूटेशन हो रहा है, जिसकी इस शोध के अनुसार संभावना नहीं है. तीसरे सिद्धांत के अनुसार, हो सकता है कि एक जानवर की प्रजाति एक मानव से संक्रमित हो गई हो, जो मनुष्यों को पुन: संक्रमित करने से पहले कई दौर के म्‍यूटेशन  से गुजरी हो. 


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