Paris Olympics 2024 : हॉकी सेमीफाइनल से पहले भारत पर मंडराया बड़ा खतरा, इस स्टार प्लेयर के खेलने पर सस्पेंस
भारत के मुख्य डिफेंडर अमित रोहिदास के पेरिस ओलंपिक के मंगलवार को होने वाले महत्वपूर्ण पुरुष हॉकी सेमीफाइनल में भाग लेने पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. रविवार को क्वार्टर फाइनल मैच में उन्हें ब्रिटेन के खिलाफ रेड कार्ड दिखाया गया था.
Indian Hockey Team : भारत के मुख्य डिफेंडर अमित रोहिदास के पेरिस ओलंपिक के मंगलवार को होने वाले महत्वपूर्ण पुरुष हॉकी सेमीफाइनल में भाग लेने पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. रविवार को क्वार्टर फाइनल मैच में उन्हें ब्रिटेन के खिलाफ रेड कार्ड दिखाया गया था. अब उनके सेमीफाइनल में खेलने पर सस्पेंस बना हुआ है. आइए जानते हैं आखिर पूरा मामला क्या है.?
क्यों मिला था रेड कार्ड?
दरअसल, ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में रोहिदास की स्टिक अनजाने में प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी से छू गई थी और उन्हें रेड कार्ड दिखा दिया गया. फुटबॉल में रेड कार्ड मिलने से खिलाड़ी अगले मैच से बाहर हो जाता है. हॉकी में अंपायर अपनी रिपोर्ट तकनीकी प्रतिनिधि को देगा, जो फुटेज देखकर तय करेगा कि फाउल जानबूझकर किया गया था या नहीं. अगर फाउल जानबूझकर किया गया था तो रोहिदास सेमीफाइनल से बाहर हो जाएंगे और यह भारतीयों के लिए एक बड़ा झटका होगा.
हेड कोच ने दिया बयान
एक अधिकारी ने इस पर कहा, 'फैसला घटना की गंभीरता पर निर्भर करेगा.' भारत के हेड कोच फुल्टोन ने कहा कि वह अपने खिलाड़ी का पूरा समर्थन करेंगे, लेकिन इस समय उन्हें यकीन नहीं है कि स्थिति किस वजह से पैदा हुई. उन्होंने कहा, 'मुझे इस पर गौर करना होगा. उससे बात करनी होगी. लेकिन जाहिर है, अगर किसी के सिर पर लगता है, तो कुछ गड़बड़ है. लेकिन मैं अमित का साथ दूंगा.' फुल्टोन ने कहा, 'आपको हमेशा यह देखना होगा कि कहां गलती हुई. इसलिए ऐसा होने से पहले क्या हुआ, हम बस उसी पर गौर करेंगे.'
हॉकी इंडिया ने क्या कहा?
हालांकि हॉकी इंडिया के अधिकारी यह रेड कार्ड दिखाये जाने से नाराज थे, लेकिन उन्होंने आधिकारिक विरोध दर्ज नहीं कराया. फिर भी उन्होंने अपनी नाराजगी व्यक्त की है. इसमें हॉकी इंडिया ने कई प्रमुख मुद्दों को शामिल किया. इसमें हॉकी इंडिया ने तीन अहम बिंदुओं में रोहिदास को रेड कार्ड दिखाये जाने के संबंध में वीडियो अंपायर समीक्षा का जिक्र किया. हॉकी इंडिया ने इसमें कहा, 'इस फैसले से वीडिया समीक्षा प्रणाली पर भरोसा खत्म कर दिया.' इसमें कहा गया, 'शूट आउट के दौरान गोलपोस्ट के पीछे से गोलकीपर को कोचिंग देना और शूट आउट के दौरान गोलकीपर द्वारा वीडियो टैबलेट का उपयोग करना.' उसने कहा, 'इन घटनाओं ने खिलाड़ियों, कोचों और प्रशंसकों के बीच अंपायरिंग प्रक्रिया में विश्वास को कम कर दिया है. हॉकी इंडिया खेल की अखंडता को बनाए रखने और भविष्य के मैचों में निष्पक्ष खेल सुनिश्चित करने के लिए इन मामलों की गहन समीक्षा का अनुरोध करता है.'