कोलंबो: पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका की लगातार शर्मनाक पराजयों के लिये देश के क्रिकेट प्रमुख को दोषी ठहराया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इसकी जांच करने के लिये कहा. रणतुंगा ने एएफपी से कहा कि राष्ट्रीय टीम में किसी तरह का अनुशासन नहीं है जिसके कारण उसे लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है. इसे 53 वर्षीय रणतुंगा की श्रीलंका क्रिकेट का प्रमुख बनने की शुरुआती पहल के रूप में देखा जा रहा है. श्रीलंका की टीम भारत से दूसरे टेस्ट मैच में पारी और 53 रन से हार गयी थी. पहले टेस्ट मैच में टीम को 304 रन से हार झेलनी पड़ी थी. अब टीम तीन मैचों की श्रृंखला में व्हाइटवाश से बचने के लिये संघर्ष कर रही है. 


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इससे पहले श्रीलंका चैंपियन्स ट्रॉफी में जल्दी बाहर हो गया था जबकि उसने जिम्बाब्वे से वह वनडे श्रृंखला हार गया था. रणतुंगा ने श्रीलंका क्रिकेट के अध्यक्ष तिलंगा सुमतिपाला पर सट्टेबाजी में शामिल होने का आरोप लगाया था जिसका उन्होंने खंडन किया था. रणतुंगा ने कहा, ‘टीम में कोई उचित अनुशासन नहीं है. लेकिन क्रिकेटरों को दोष देने का कोई कारण नजर नहीं है, जबकि वे सभी तरह की सट्टेबाजी में लिप्त हैं. पहले उन्हें अधिकारियों को व्यवस्थित करना होगा.’


रिपोर्टों में कहा गया था कि श्रीलंकाई खिलाड़ियों को कथित मैच फिक्सिंग में शामिल करने की कोशिश की गयी थी. रणतुंगा ने कहा कि आईसीसी को सुमतिपाला के कथित सट्टेबाजी से जुड़े तारों और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के कामकाज की जांच करनी चाहिए. सुमतिपाला ने इन आरोपों का खंडन किया. उन्होंने कहा, ‘मैं निजी तौर पर, परोक्ष या अपरोक्ष तौर पर सट्टेबाजी से जुड़ने का खंडन करता हूं.’