Basketball: हेलीकॉप्टर से दोस्तों को डराते-मदद करते थे ब्रायंट, वही बनी मौत की वजह
Basketball: अमेरिका के महान बॉस्केटबॉलर कोबे ब्रायंट की हेलीकॉप्टर क्रैश से मौत हो गई. क्रैश में उनकी 13 साल की बेटी गियाना समेत नौ लोग मारे गए.
नई दिल्ली: अमेरिका के महान बॉस्केटबॉल खिलाड़ी कोबे ब्रायंट (Kobe Bryant) अब हमारे बीच नहीं हैं. अपने खेल और स्टाइल के लिए मशहूर हुए इस खिलाड़ी की रविवार को असामयिक मौत हो गई. यह संयोग ही कहा जाएगा कि कोबे ब्रायंट जिस हेलीकॉप्टर के शौकीन थे, वही उनकी मौत की वजह बनी. रविवार को कोबे ब्रायंट का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें उनकी 13 साल की बेटी गियाना (Gianna) समेत नौ लोगों की मौत हो गई. 41 साल के कोबे ब्रायंट की मौत की खबर से दुनिया हतप्रभ रह गई.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर एंटरटेनमेंट और खेल जगत ने उनकी मौत पर दुख जताया. विराट कोहली और प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि वे इस खबर से बेहद दुखी और सदमे में हैं. कोबे ब्रायंट 2008 और 2012 में ओलंपिक गोल्ड जीतने वाली अमेरिकी बास्टकेटबॉल (Basketball) टीम के सदस्य थे.
यह भी पढ़ें: Basketball: कोबे ब्रायंट की मौत से कोहली सदमे में, प्रियंका चोपड़ा बोलीं- रियल हीरो
कोबे ब्रायंट नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) में लॉस एंजिल्स लेकर्स (Los Angeles Lakers) के लिए लगातार 20 साल खेले. इनमें से 18 बार वे ऑलस्टार टीम के सदस्य चुने गए. वे एनबीए में सबसे अधिक प्वाइंट बनाने के मामले में चौथे नंबर पर हैं. उन्होंने 2016 में इस खेल से संन्यास ले लिया था. कोबे ब्रायंट कई बार हेलीकॉप्टर से ही खेलने जाते थे. हेलीकॉप्टर से जुड़ी उनके कई किस्से मशहूर हैं.
यह भी पढ़ें: INDvsNZ: श्रेयस अय्यर ने खत्म की टीम इंडिया की टेंशन, नंबर-4 पर अरसे बाद मिला मैचविनर
महंगी कारों के शौकीन कोबे ब्रायंट के पास खुद का हेलीकॉप्टर भी था. इस खिलाड़ी ने बताया था कि कई बार वे हेलीकॉप्टर से ही खेलने के लिए पहुंच जाया करते थे. एक बार जब उनके साथी खिलाड़ी स्टीव ब्लैक को हेलीकॉप्टर से ही डॉक्टर के पास लेकर पहुंच गए. हालांकि, यह कोई इमरजेंसी नहीं थी. उन्होंने डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले रखा था और कार से भी जा सकते थे.
कोबे ब्रायंट हेलीकॉप्टर पर मस्ती भी करते थे और कई बार दोस्तों को डराते भी थे. लॉस एंजिल्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रायंट ने एक बार अपनी ही टीम के जनरल मैनेजर रॉब पेलिंका के साथ मस्ती की. ब्रायंट ने अपने पायलट से कहा कि वो हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी मोड में ले लें. इतना ही नहीं उन्होंने इंजन भी बंद करा दिया. पेलिंका ने बाद में बताया, ‘मैं तो बेहद डर गया था. मुझे अपनी आंखों के सामने मौत दिख रही थी और ब्रायंट पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. वे शांति के साथ बैठे हुए थे.
जब उनके पास बड़ी-बड़ी कारें हैं तो वे अक्सर हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल क्यों करते हैं? ईएसपीएन के एक इंटरव्यू में इस सवाल के जवाब में ब्रायंट ने कहा था, ‘क्योंकि कुछ चीजें होती हैं, जिन्हें आप नहीं गंवा सकते. जैसे कि मेरी बेटी का फुटबॉल खेलना. क्या होता अगर मैं अपनी बेटी का पहला गोल नहीं देख पाता.’
इसी तरह 2010 में एक इंटरव्यू में ब्रायंट ने कहा था कि चॉपर का इस्तेमाल उन्हें फिट रहने में भी मदद करता है. इससे समय बचता है, जो वे जिम या दोस्तों और परिवार के साथ गप्पें मारने में बिताते हैं. इत्तफाक से ब्रायंट का सफर चॉपर में ही थम गया. रविवार को उनकी मौत हेलीकॉप्टर क्रैश में हो गई. अभी यह तय नहीं है कि उस वक्त हेलीकॉप्टर ब्रायंट चला रहे थे या पायलट.
(इनपुट: Reuters)