FIDE World Cup Final: फिडे वर्ल्ड कप शतरंज (FIDE World Cup Final) टूर्नामेंट का फाइनल मैच भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) के बीच खेला गया. भारत के 18 साल के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा को मैग्नस कार्लसन ने पहले टाईब्रेकर में हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है. उतार चढाव से भरे इस मुकाबले में प्रज्ञानानंदा ने दबाव में आकर अंक गंवा दिए . कार्लसन ने 45 चालों में पहला गेम जीता.


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दोनों क्लासिकल बाजी बराबरी पर छूटी


भारत के 18 साल के ग्रैंडमास्टर ने अपने से अधिक अनुभवी और बेहतर रैंकिंग वाले खिलाड़ी के खिलाफ काफी प्रभावशाली प्रदर्शन किया. इससे पहले प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) ने पहले राउंड में सफेल मोहरों से खेलते हुए विरोधी खिलाड़ी को 35 चाल के बाद ड्रॉ के लिए राजी किया था. वहीं, दूसरी बाजी भी बराबरी पर खत्म हुई थी. आर प्रज्ञानानंदा ने फाइनल के दूसरे दिन 30 चालों में काले मोहरों से खेलते हुए मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) को बराबरी पर रोकने में सफल रहे थे.



ऐसा रहा प्रज्ञानानंद का फाइनल का सफर


प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) ने सेमीफाइनल में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को 3.5-2.5 से हराकर उलटफेर करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. प्रज्ञानानंदा महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. वह 2024 में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर चुके हैं. प्रज्ञानानंदा (R Praggnanandhaa) 2022 में ग्रैंडमास्टर का टाइटल, साल 2013 में वर्ल्ड युथ चेस चैंपियनशिप अंडर-8 का टाइटल, सात साल की उम्र में FIDE Master और साल 2015 में अंडर-10 का टाइटल अपने नाम कर चुके हैं. आर प्रज्ञानानंदा ने साल 2022 में ग्रैंडमास्टर का टाइटल भी जीता था.