Sachin Tendulkar ODI Debut: साल 1989. तारीख- 18 दिसंबर. जगह- पाकिस्तान का गुजरांवाला. भारत और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के बीच वनडे मुकाबला. सीरीज का ये दूसरा वनडे मैच था. पाकिस्तान ने वर्षा बाधित इस वनडे में 16 ओवर में 9 विकेट पर 87 रन बनाए. फिर भारतीय टीम 9 विकेट पर 80 रन बना सकी और 7 रन से मैच हार गई. छोटे कद का एक लड़का भारतीय टीम के लिए 5वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरा. बल्ले से धमाल मचाने को बेताब लेकिन वकार यूनिस ने उन्हें वसीम अकरम के हाथों कैच करा दिया. वह केवल 2 गेंद खेल पाया और खाता खोले बिना पवेलियन लौट गया. जिस लड़के का जिक्र तब कम ही लोग कर रहे थे, बाद में वही बना 'गॉड ऑफ क्रिकेट'. जी हां- सचिन तेंदुलकर.


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क्यों खास है 18 दिसंबर?


भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 18 दिसंबर की तारीख बेहद ही खास है. यही वो दिन था, जब सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने वनडे इंटरनेशनल फॉर्मेट में डेब्यू किया. 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन (Sachin Tendulkar First ODI Match) ने 18 दिसंबर 1989 को पहली बार वनडे इंटरनेशनल मैच खेला, वो भी पाकिस्तान के खिलाफ. वह 5वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे लेकिन 2 गेंद खेलकर जीरो पर आउट हो गए. तब सचिन की उम्र महज 16 साल 238 दिन थी.


टी20 स्टाइल में हुआ भारत-पाकिस्तान वनडे मैच


भारत और पाकिस्तान के बीच ये मैच बारिश के कारण टी20 फॉर्मेट की तरह खेला गया. 16-16 ओवर का मैच और भारत की कप्तान संभाल रहे के श्रीकांत (Kris Srikkanth) ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. पाकिस्तान की टीम ने सईद अनवर (नाबाद 42) की पारी की बदौलत 9 विकेट खोकर 87 रन बनाए. सईद ने 32 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 4 चौके और 2 छक्के जड़े. भारत के लिए सलिल अंकोला और मनिंदर सिंह ने 2-2 विकेट झटके. रमन लांबा ने एक विकेट लिया.


पाकिस्तान के बॉलर्स ने मचाया धमाल


इस मुकाबले में पाकिस्तान के पेसर्स के सामने भारतीय बल्लेबाज चल नहीं पाए. भारत की तरफ से सिर्फ मोहम्मद अजहरुद्दीन 21 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे. उन्होंने 19 गेंदों में 2 चौके जड़े. वहीं, पाकिस्तान के लिए इमरान खान और वकार यूनुस ने 3-3 विकेट लिए. आकिब जावेद ने दो विकेट झटके. भारतीय टीम 16 ओवर में 9 विकेट खोकर 80 रन ही बना सकी.


सचिन के अलावा ये 2 खिलाड़ी भी डेब्यूटेंट


भारत के लिए इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर के अलावा सलिल अंकोला और विवेक राजदान ने भी वनडे डेब्यू किया था. सलिल अंकोला ने तो गेंद से योगदान दिया और 3 विकेट झटके. उन्होंने नाबाद 7 रन भी बनाए. वहीं, विवेक राजदान ने 1 रन बनाया और 2 ओवर में 9 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके. हालांकि इन दोनों का करियर लंबा नहीं चल पाया. बाद में सलिल अंकोला ने फिल्मी दुनिया का रुख कर लिया लेकिन सचिन ने क्रिकेट की पिच पर ऐसा नाम बनाया कि दुनिया ने उन्हें 'गॉड ऑफ क्रिकेट' बना दिया.


24 साल तक भारतीय क्रिकेट में दिया योगदान


सचिन तेंदुलकर ने 24 साल तक भारतीय क्रिकेट में योगदान दिया. उन्होंने कई मैचों में अकेले दम पर जीत दिलाई. अपने लंबे करियर में सचिन ने 463 वनडे मैचों में 18426 रन बनाए जो आज भी रिकॉर्ड है. वह वनडे में डबल सेंचुरी जड़ने वाले पहले क्रिकेटर भी बने. उन्होंने वनडे में 49 शतक और 96 अर्धशतक ठोके. हाल में विराट कोहली (Virat Kohli) ने इस मामले में उन्हें पीछे छोड़ा. हालांकि टेस्ट में उनका रिकॉर्ड बरकरार है. वह 200 टेस्‍ट मैचों में 15921 रन बनाने में कामयाब रहे. उनकी टेस्ट में सर्वश्रेष्‍ठ पारी नाबाद 248 रन है. उन्‍होंने टेस्‍ट फॉर्मेट में रिकॉर्ड 51 शतक और 68 अर्धशतक ठोके.