काली-सफेद लाइनों में छिपी होती है छोटी से छोटी डिटेल, फटाक से बता देता है सबकुछ, जानें कैसे
Advertisement
trendingNow12532580

काली-सफेद लाइनों में छिपी होती है छोटी से छोटी डिटेल, फटाक से बता देता है सबकुछ, जानें कैसे

How Barcode Work: आपने देखा होगा कि प्रोडक्ट्स पर काफी-सफेद लाइनों का एक पैटर्न होता है. इसे बारकोड कहा जाता है. यह एक तरह की पतली काली और सफेद पट्टियों का एक पैटर्न होता है जो किसी वस्तु या प्रोडक्ट के बारे में जानकारी को एन्कोड करता है.

काली-सफेद लाइनों में छिपी होती है छोटी से छोटी डिटेल, फटाक से बता देता है सबकुछ, जानें कैसे

Use of Barcode: आज के समय में टेक्नोलॉजी काफी आगे बढ़ चुकी है. टेक्नोलॉजी की मदद से लोगों का काम भी काफी आसान हो गया है. आपने देखा होगा कि प्रोडक्ट्स पर काफी-सफेद लाइनों का एक पैटर्न होता है. इसे बारकोड कहा जाता है. यह एक तरह की पतली काली और सफेद पट्टियों का एक पैटर्न होता है जो किसी वस्तु या प्रोडक्ट के बारे में जानकारी को एन्कोड करता है. यह जानकारी मशीन द्वारा समझी जाती है. इसका इस्तेमाल प्रोडक्टस की पहचान, ट्रैकिंग और मैनेजमेंट के लिए किया जाता है.

बारकोड को स्कैन करते ही प्रोडक्ट के बारे में सारी डिटेल सामने आ जाती है. जैसे कि प्रोडक्ट का नाम, कीमत, वजन, निर्माता आदि. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इसमें इतनी सारी जानकारी कैसे समा जाती है. आइए आपको बताते हैं कि बार कोड कैसे काम करता है. 

Barcode कैसे काम करता है?

एन्कोडिंग - प्रत्येक बार कोड में पतली और मोटी पट्टियों का एक खास क्रम होता है जो अक्षरों और संख्याओं का प्रतिनिधित्व करता है. इसमें डेटा को एन्कोड किया जाता है.
स्कैनिंग - जब एक बार कोड स्कैनर बार कोड पर प्रकाश डालता है, तो स्कैनर पट्टियों के काले और सफेद भागों के बीच के अंतर को पढ़ता है. यह डेटा फिर एक इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल में बदल जाता है. कंप्यूटर इस सिग्नल को डिकोड करता है और उसमें एन्कोड किए गए डेटा को पढ़ता है.
डिकोडिंग - कंप्यूटर एन्कोडेड डेटा को डिकोड करता है और उस जानकारी को प्राप्त करता है जो बार कोड में होती है. इस जानकारी में प्रोडक्ट का नाम, कीमत, निर्माता, और अन्य डिटेल शामिल होती हैं.

यह भी पढ़ें - Blinkit, Swiggy, Zepto को टक्कर देने के लिए Amazon शुरू करेगा नई सर्विस, जानें कंपनी का प्लान

बारकोड का इस्तेमाल 

बारकोड का इस्तेमाल कई जगहों पर किया जाता है, जिनमें शामिल हैं.

यह भी पढ़ें - Mahakumbh Mela 2025 में भीड़ को मैनेज करने के लिए किया जाएगा AI का इस्तेमाल, यूपी पुलिस की तैयारी

सुपरमार्केट - सुपरमार्केट में कैशियर द्वारा बार कोड स्कैनर का इस्तेमाल किया जाता है. इससे प्रोडक्ट की कीमत और बाकी डिटेल्स अपने आप दर्ज हो जाती हैं. 
लॉजिस्टिक्स - बार कोड का इस्तेमाल प्रोडक्ट्स ट्रैक करने और इन्वेंट्री का मैनेजमेंट करने के लिए किया जाता है.
लाइब्रेरी - लाइब्रेरी में किताबों और अन्य सामग्रियों की पहचान और ट्रैकिंग के लिए बार कोड का उपयोग किया जाता है.

Trending news