नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा काफी चर्चा में चल रहे हैं. रमीज राजा ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि अगर पाकिस्तान सुपर लीग ऑक्शन मॉडल में उतर गया, तो फिर कोई आईपीएल में नहीं खेलेगा. उनका मानना था कि इससे पीएसएल आईपीएल के बराबर आ सकता है. इस बयान पर भारतीय क्रिकेट के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने रमीज राजा का कड़ा जवाब दिया है, आप ऐसा भी कह सकते है कि इस दिग्गज ने रमीज राजा को  पीएसएल की हैसियत दिखाने का काम किया हैं.


रमीज राजा का बेतुका बयान


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कुछ दिन पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए कहा, 'अब पीएसएल को ऑक्शन मॉडल में जाने की जरूरत है. मैं अगले साल से ऑक्शन मॉडल में जाना चाहता हूं. किसी निर्णय से पहले हम इस मुद्दे पर फ्रेंचाइजी मालिकों से बात करेंगे. ये सब पैसों का खेल है. जब पाकिस्तान में क्रिकेट की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी तो पाकिस्तान की इज्जत भी बढ़ेगी. पीसीबी की आर्थिक अर्थव्यवस्था का बड़ा साधन पीएसएल है. हम अगर इस टूर्नामेंट को ऑक्शन मॉडल में ले जाएंगे, तो फ्रेंचाइजियों की कमाई बढ़ेगी और फिर देखेंगे कि कौन खिलाड़ी है जो पीएसएल की जगह आईपीएल में खेलता है.'


भारतीय दिग्गज ने की PSL की फजीहत


भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने रमीज राजा के बेतुके बयान पर जमकर पलटवार किया हैं. आईपीएल और पीएसएल की तुलना पर आकाश चोपड़ा ने कहा, 'भले ही पीएसएल में नीलामी हो, कोई भी खिलाड़ी लीग में 16 करोड़ में बिकने वाला नहीं है, क्योंकि बाजार की गतिशीलता ऐसा घटित होने नहीं देगी. बीते साल राजस्थान रॉयल्स ने दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को 16 करोड़ रुपये में खरीदा था. रमीज भाई का कहना है कि अगर पीएसएल में नीलामी होती है तो मूल्य सीमा बढ़ जाएगी. लेकिन आपने पीएसएल में किसी खिलाड़ी को 16 करोड़ रुपये में बिकते नहीं देखा होगा, यह संभव नहीं है. बाजार की गतिशीलता ऐसा नहीं होने देगी. यह स्पष्ट है.'


IPL है एक सबसे बड़ी ब्रांड


आकाश चोपड़ा का मानना है कि आईपीएल के सामने पाकिस्तान सुपर लीग यानी पीएसएल कभी टिक नहीं पाएगी. आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर खिलाड़ियों पर कहा, 'आईपीएल में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह, दीपक चाहर और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी खेलते हैं, जो अपने आप में ब्रांड हैं. मान लीजिए कि इनको हम पीएसएल में खेलने के लिए भेज देते हैं या बीबीएल में भेज देते हैं तो ब्रॉडकास्टिंग कंपनी फिर भी इतने पैसे देने के लिए तैयार नहीं होंगी, क्योंकि उस लीग की ब्रांड वैल्यू उतनी नहीं है. आईपीएल के अगले कुछ सीजन के लिए स्टार या फिर कोई अन्य कंपनी 50 हजार करोड़ रुपये की डील करेगी. मुझे नहीं लगता कि किसी टी20 लीग की पूरी ब्रांड वैल्यू इतनी होगी.'