Chief Selector : सैलरी की वजह से चीफ सेलेक्टर नहीं बनना चाहते थे अगरकर, BCCI ने दिया तगड़ा फायदा!
Ajit Agarkar: भारतीय क्रिकेट टीम को इसी साल एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप जैसे बड़े इवेंट में हिस्सा लेना है. इससे पहले ही उसे नया चीफ सेलेक्टर मिल गया है. देश के ही पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) को ये अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि उन्हें मनाना BCCI के लिए कोई आसान काम नहीं थी.
Ajit Agarkar, New Chief Selector : टीम इंडिया को एशिया कप से पहले ही नया चीफ सेलेक्टर मिल गया है. भारत के पूर्व ऑलराउंडर अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) को ये अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. हालांकि उन्हें मनाना कोई आसान बात नहीं थी. अब इसे लेकर नया अपडेट सामने आया है.
स्टिंग ऑपरेशन से मचा था तहलका
इससे पहले ये जिम्मेदारी चेतन शर्मा (Chetan Sharma) संभाल रहे थे. पिछले दिनों जी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन में नाम आने के बाद चेतन शर्मा को सेलेक्शन कमेटी के चीफ पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद से बीसीसीआई के पास कोई चीफ सेलेक्टर नहीं था. अब अगरकर को ये अहम जिम्मेदारी सौंप दी गई है. दिलचस्प है कि अगरकर के अलावा किसी और ने पद के लिए आवेदन ही नहीं दिया था.
सैलरी को लेकर थी आपत्ति
अब नई बात सामने आ रही है कि अगरकर टीम इंडिया की सीनियर सेलेक्शन कमिटी के चीफ नहीं बनना चाहते थे. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, अगरकर नियमित कमेंटेटर के तौर पर काम कर रहे थे और वे आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स से भी जुड़े थे. उन्होंने दो वजहों से चीफ सेलेक्टर का पद स्वीकार करने पर आपत्ति जताई थी. पहला सैलरी और दूसरा कि इस पोस्ट के साथ वह कोई दूसरा काम नहीं कर सकते थे जैसे कमेंट्री या आईपीएल टीम में कोई पद. कमेंट्री और कोचिंग से उन्हें ज्यादा पैसा मिलता था.
इतनी कर दी है सैलरी
बीसीसीआई ने फिर तगड़ी चाल चली और चीफ सेलेक्टर की सैलरी को 3 गुना बढ़ा दिया. अब अगरकर को सालाना 3 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. रिपोर्ट के मुताबिक, अगरकर को टीम इंडिया की वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए खिलाड़ियों का चयन करना है. इतना ही नहीं, एशिया कप और वनडे वर्ल्ड कप जैसे बड़े इवेंट के लिए भी टीम सेलेक्शन अगरकर के नेतृत्व में ही होगा.
ऐसे मिलेगा फायदा
अपने बेहतरीन करियर में अगरकर 26 टेस्ट, 191 वनडे और 4 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं. अगरकर ने 42 आईपीएल मैच भी खेले हैं. इससे पहले चयन समिति में चारों सदस्यों के पास कुल मिलाकर 55 अंतरराष्ट्रीय मैचों का ही अनुभव था. इसे देखते हुए चीफ सेलेक्टर बनने के लिए अगरकर को राजी किया गया. वह मुंबई के भी सेलेक्टर रहे हैं.