नई दिल्ली : टीम इंडिया की जीत के साथ ही न्यूजीलैंड के साथ टी20 सीरीज खत्म हो चुकी है. लेकिन एक विवाद है जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. ये विवाद है महेंद्र सिंह धोनी और उनके संन्यास से जुड़ा हुआ. दूसरे टी20 में टीम इंडिया की हार के बाद ये विवाद तेजी से उठा कि क्या महेंद्र सिंह धोनी को अब इस फॉर्मेट से विदाई ले लेनी चाहिए. जहां कुछ खिलाड़ियों ने धोनी से विदा लेने की बात कही, वहीं कुछ ऐसे भी थे, जो उनके साथ खड़े नजर आए. जो चाहते हैं कि धोनी को इस फॉर्मेट से विदा ले लेनी चाहिए, उनमें हैं वीवीएस लक्ष्मण और अजित आगरकर.


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टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज अजित आगरकर ने एक इंटरव्यू में कहा कि अब समय आ गया है कि टीम को उनकी जगह किसी और विकल्प को भी तलाशना चाहिए. आगरकर ने कहा कि वह वनडे क्रिकेट में उनका रोल सही है, लेकिन टी-20 में बात अलग है. जब तक आप टीम के कप्तान होते हैं, तब तक ठीक है, लेकिन इस समय एक बल्लेबाज के तौर पर हम उन्हें मिस करते हैं.


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आगरकर के इस इंटरव्यू के बाद ट्विटर पर उनकी आलोचनाओं की बाढ़ आ गई. धोनी के प्रशंसकों ने उनकी जमकर क्लास लगाई. किसी ने उनकी तुलना धोनी से करते हुए कहा कि उनके सामने कुछ नहीं हैं. पहले वह अपना करिअर देखें फिर धोनी के बारे में बात करें.






हालांकि आगरकर के अलावा आकाश चोपड़ा, वीवीएस लक्ष्मण ने भी धोनी के विकल्प तलाशने की बात कही थी.


छोटे करिअर में अजित आगरकर के कुछ बड़े रिकॉर्ड्स
अजित आगरकर का करिअर भले छोटा रहा. लेकिन इतने समय में भी उन्होंने  कुछ बड़े रिकॉर्ड बनाए.


  • वनडे में भारत की तरफ से सबसे तेज (21 गेंद) अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड अगरकर के नाम है.

  • अजीत अगरकर के नाम सबसे कम वनडे मैचों में 200 विकेट और 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड है. उन्होंने शॉन पॉलक के 138 मैचों का रिकॉर्ड तोड़ा था.

  • वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने के मामले में वह अब भी भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज हैं.

  • उन्होंने 23 मैचों में 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया. इसके लिए उन्होंने डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा था. हालांकि उनके इस रिकॉर्ड को श्रीलंकाई गेंदबाज अजंता मैंडिस ने बाद में तोड़ दिया.

  • 2003 में 20 साल बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट मैच में हराया था, तो उसमें अजित आगरकर का बड़ा योगदान था. उन्होंने 41 रन देकर 6 विकेट लिए थे.

  • क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्डस के मैदान में आगरकर ने 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक बनाया था.