नई दिल्ली: आईपीएल  (IPL) में कथित तौर पर सट्टेबाजी के सिलसिले में पूछताछ के लिए तलब किए गए बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता अरबाज खान ने ठाणे पुलिस के समक्ष आईपीएल में सट्टेबाजी के गुनाह को कबूल कर लिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अरबाज खान ने कबूल किया है कि सट्टेबाजी के वजह से उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है. इसी के साथ अरबाज ने बुकी सोनू जालान  के साथ रिश्तों की बात भी कबूल की है. पूछताछ में अरबाज ने बताया कि उन्होंने पिछले साल आईपीएल के मैचों में सट्टा लगाया था और 2.75 करोड़ रुपए हारे थे. अरबाज ने बताया है कि वह पिछले 6 सालों से सट्टेबाजी में हैं. 


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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आईपीएल 2018 में पूरे सीजन में बुकी सोनू जालान ने 500 करोड़ कमाए थे और फाइनल मैैच में उसने 10 करोड़ रुपये कमाए. 


सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अरबाज खान ने इस मामले में मुख्‍य गवाह बनने की इच्छा जताई है. अगर अरबाज इस केस में गवाह बन जाते हैं तो उनके साथ नरमी बरती जाएगी. हालांकि ठाणे पुलिस अगर मुख्य आरोपी बुकी सोनू जालान पर मकोका लगाती है तो उससे जुड़े सारे लोगों पर मकोका लगाया जाएगा. ऐसे में अगर अरबाज खान सरकारी गवाह बन जाते हैं तो उनके साथ इस केस में नरमी बरती जाएगी. 


पुलिस ने अरबाज से पूछताछ में पूछा कि हर डील के बाद पैसे क्यों नहीं दिए? इस पर अरबाज ने कहा, ''सोनू हमारी फिल्मी पार्टी में आता था. फिल्म की सफलता के बारे में वो जानता था. जान-पहचान अच्छी थी. उसे पैसे डूबने का खतरा नहीं था. 


बता दें कि आज अरबाज खान ठाणे पुलिस की एंटी एक्सटॉर्शन सेल के सामने पेश होने पहुंचे थे. ठाणे पुलिस के सामने पेश होने से पहले वह अपने भाई सलमान खान से मिलने भी पहुंचे थे. उसके बाद वह शेरा के साथ क्राइम ब्रांच के ऑफिस आए. ठाणे क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को उनके नाम समन जारी किया था. 


क्रिकेटर श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण पर लग चुका है मकोका
बता दें कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में दिल्ली पुलिस ने एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण समेत 26 अभियुक्तों पर मकोका लगाया था. महाराष्ट्र सरकार ने 1999 में मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट) बनाया था. इसका मुख्य मकसद संगठित और अंडरवर्ल्ड अपराध को खत्म करना था. 2002 में दिल्ली सरकार ने भी इसे लागू कर दिया था. 


अगर मकोका लगा तो जमानत मिलना मुश्किल
बता दें कि मकोका लगने के बाद आरोपियों को आसानी से जमानत नहीं मिलती है, लेकिन यदि पुलिस 180 दिनों के अंदर चार्जशीट दाखिल नहीं करती, तो आरोपी को जमानत मिल सकती है. मकोका के तहत आरोपी की पुलिस रिमांड 30 दिन तक हो सकती है, जबकि आईपीसी के तहत यह अधिकतम 15 दिन होती है. 


अरबाज के बाद अब विंदू दारा सिंह को भी भेजा जा सकता है समन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अरबाज खान के बाद अब ठाणे पुलिस विंदू दारा सिंह को भी समन भेज सकती है. सोनू ने पूछताछ में बताया है कि विंदू दारा सिंह भी उनसे दो बार मिल चुके हैं. विंदू को सोनू से प्रेम तनेजा ने मिलवाया था. प्रेम तनेजा भी बुकी है, जिसे आईपीएल फिक्सिंग सट्टेबाजी के आरोप में मुंबई क्राइम ब्रांच ने विंदू दारा सिंह के साथ गिरफ्तार किया था. विंदू दारा सिंह चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक और पूर्व बीसीसीआई चीफ एन. श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन के साथ मिलकर सट्टेबाजी की थी. विंदू और मयप्पन को भी सट्टेबाजी में काफी पैसा गंवाना पड़ा था. 



मलाइका से तलाक की वजह बनी अरबाज की सट्टेबाजी की लत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अरबाज खान की इस सट्टेबाजी के लत से सलमान भी परेशान थे. मलाइका अरोड़ा से तलाक होने के एक वजह सट्टेबाजी ही बताई जा रही है. अरबाज के सट्टेबाजी की रकम न चुकाने से मलाइका को भी फोन आते थे. मलाइका इन फोन से परेशान हो जाती थी तो उनमें झगड़े भी होते थे.


अरबाज को थप्पड़ मारने वाले थे सलमान
सलमान खान अरबाज की इस सट्टेबाजी की लत से इतना परेशान थे कि एक बार उन्होंने अरबाज को मारने के हाथ भी उठा लिया था. ऐसे में परिवार के सदस्यों ने बीचबचाव भी किया था. पैसे कमाने के चक्कर में और पहले हुए कर्ज को निपटाने के चक्कर में अरबाज सट्टेबाजी में और पैसे लगाते गए और हारते गए.