जन्मदिन विशेष : एक खिलाड़ी, जिसके रहते टेस्ट मैचों में कभी नहीं हारी टीम इंडिया
टीम इंडिया के लिए एक खिलाड़ी इतना खास है कि उसके रहते टीम ने कभी कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया. वह भी ऐसे समय जब टीम इंडिया इतनी ताकतवर नहीं होती थी.
नई दिल्ली : टीम इंडिया के लिए यूं तो कई खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन कुछ खिलाड़ी इतने खास रिकॉर्ड बनाते हैं, जो हर किसी के लिए स्पेशल बन जाते हैं. टीम इंडिया के लिए एक खिलाड़ी इतना खास था कि उसके रहते टीम ने कभी कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया. वह भी ऐसे समय जब टीम इंडिया इतनी ताकतवर नहीं होती थी. ऐसे में टीम का ये प्रदर्शन कमाल का ही कहा जाएगा. इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया की ओर से 21 टेस्ट मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व किया.
इस खिलाड़ी का नाम है राजेश चौहान. टीम इंडिया के जाने माने ऑफ स्पिनर. 19 दिसंबर 1966 को जन्मे चौहान ने टीम इंडिया की ओर से 35 वनडे मैच भी खेले. उन्होंने न सिर्फ गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी में कई बार जौहर दिखाए.
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पहले बात उनकी गेंदबाजी की. टीम इंडिया की ओर से खेलते हुए चौहान ने 21 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 34 पारियों में 47 विकेट अपने नाम किए. 35 वनडे मैचों की 34 पारियों में चौहान ने 29 विकेट लिए. टेस्ट मैच में उनका करियर भले लंबा न चला हो, लेकिन उनके नाम ये अनोखा रिकॉर्ड है कि उनके रहते 21 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को कभी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा.
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राजेश चौहान ने जिन 21 टेस्ट मैचों में टीम का प्रतिनिधित्व किया उनमें टीम ने 12 मैचों में जीत दर्ज की और 9 टेस्ट ड्रॉ रहे.
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1996 में टीम इंडिया लंबे समय बाद पाकिस्तान के दौरे पर गई थी. तीन वनडे मैचों की सीरीज में पहला मैच टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ हार चुकी थी. लाहौर में दूसरा मैच हो रहा था. पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 47.2 ओवर में 265 रन बना दिए. इसके बाद भारत को 47 ओवर में 266 रन बनाने की चुनौती मिली. सौरव गांगुली और विनोद कांबली ने मैच में बड़ी पारियां खेलीं. लेकिन अंत तक आते आते स्थिति बिगड़ गई.
भारत के 6 विकेट गिर चुके थे. आखिरी ओवर में टीम को 8 रन बनाने थे. क्रीज पर राजेश चौहान और रोबिन सिंह खेल रहे थे. रोबिन सिंह तो अच्छी बल्लेबाजी कर सकते थे, लेकिन राजेश चौहान पर किसी को भरोसा नहीं था. सामने दिग्गज स्पिनर सकलेन मुश्ताक थे. सकलेन की पहली ही बॉल को राजेश चौहान ने ऊपर से उठाकर मारा और बॉल सीधे छह रन के लिए बाउंड्री से बाहर हो गई. इसके साथ ही भारत की जीत का रास्ता भी साफ हो गया. राजेश चौहाने 3 बॉल में 8 रन बनाकर जीत दिलाई.