नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का आज जन्मदिन है. गांगुली ने अपने जुझारू और आक्रामक तेवर से भारतीय क्रिकेट की सूरत ही बदल दी. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने भारतीय क्रिकेट को नया आत्मविश्वास दिया.


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सौरव गांगुली जो अपने प्रशंसकों के बीच 'दादा' के नाम से भी जाने जाते हैं, भारतीय क्रिकेट का पहला ऐसा चेहरा थे जिसने टीम के भीतर देश से बाहर मैच जीतने के भरोसे को और पक्का किया. खास तौर पर साल 2000 की शुरुआत में वह भारतीय टीम के लिए 'गेम चेंजर' साबित हुए.


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'प्रिंस ऑफ कोलकाता' सौरव गांगुली आज 48 साल के हो गए हैं. गांगुली ने टीम की कमान उस वक्त संभाली जब भारतीय क्रिकेट अपने खराब दौर से गुजर रहा था.


गांगुली ने टीम को मैच फिक्सिंग से जुड़े विवादों से भी बाहर निकाला और भारत के सबसे महानतम मैच विनर्स युवराज सिंह, हरभजन सिंह, वीरेन्द्र सहवाग, जहीर खान और महेंद्र सिंह धोनी जैसे क्रिकेटर्स को बेहतर प्रदर्शन का मौका दिया


आज बीसीसीआई (BCCI) प्रेसीडेंट के तौर पर भी गांगुली भारतीय क्रि​केट को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. 


गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 146 वन डे मैच खेले. जिसमें से 76 में भारतीय टीम ने जीत हासिल की. 65 मैचों में हार हुई. जबकि 5 वन डे मैचों का रिजल्ट नहीं आया. गांगुली की ओडीआई विनिंग परसेंटेज 53.90 रही है.