Bishan Singh Bedi Death: भारत के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के देश के महानतम स्पिनर बिशन सिंह बेदी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया. वह 77 वर्ष के थे. उनके परिवार में पत्नी अंजू, बेटा अंगद और बहू नेहा हैं. बिशन सिंह बेदी का जन्म 1946 में अमृतसर में हुआ था. बिशन सिंह बेदी ने भारत के लिए 67 टेस्ट खेले और 266 विकेट लिए. बिशन सिंह बेदी ने पारी में 14 बार पांच विकेट और मैच में एक बार 10 विकेट चटकाने का कारनामा किया.


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बिशन सिंह बेदी का मैजिकल वनडे स्पेल


1970 के दशक में बिशन सिंह बेदी, इरापल्ली प्रसन्ना, भागवत चंद्रशेखर और श्रीनिवास वेंकटराघवन की मशहूर स्पिन चौकड़ी हुआ करती थी. बिशन सिंह बेदी ने 1975 वर्ल्ड कप में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ मैजिकल वनडे स्पेल फेंका था, जिसकी मदद से भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने वनडे इतिहास की पहली जीत दर्ज की थी.1975 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने अपने दूसरे मैच में ईस्ट अफ्रीका को हराकर वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी पहली जीत दर्ज की. 


ईस्ट अफ्रीका को 120 रनों पर ढेर कर दिया


इस मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी ईस्ट अफ्रीका को भारतीय गेंदबाजों ने 120 रनों पर ढेर कर दिया. वनडे क्रिकेट में उस समय 60 ओवर फेंके जाते थे. एक गेंदबाज को 12 ओवर डालने की अनुमति थी. ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ बिशन सिंह बेदी के अलावा मदन लाल और सैयद आबिद अली ने मिलकर कुल 5 विकेट चटकाए. बिशन सिंह बेदी ने अपने 12 ओवर के कोटे में 8 ओवर मेडन डालते हुए सिर्फ 6 रन खर्च कर एक विकेट लिया था. ईस्ट अफ्रीका को सस्ते में समेटने में  बिशन सिंह बेदी का स्पेल बहुत अहम साबित हुआ था.


भारत को मिल गई वनडे इतिहास की पहली जीत 


बिशन सिंह बेदी की कातिलाना गेंदबाजी के बाद सुनील गावस्कर और फारुख इंजीनियर ने मिलकर भारत को 29.5 ओवर में 10 विकेट से जीत दिला दी. सुनील गावस्कर ने नाबाद 65 रन और फारुख इंजीनियर ने नाबाद 54 रन बनाए. बिशन सिंह बेदी काउंटी क्रिकेट में बेहद सफल गेंदबाज रहे. 2008 में विजडन ने बिशन सिंह बेदी का नाम उन पांच सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में शुमार किया, जिन्हें विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए नहीं चुना जा सका. बिशन सिंह बेदी ने नार्मम्पटनशायर के लिए 102 मैचों में 394 विकेट लिए थे. यह काउंटी में आज भी किसी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.