IND vs BAN:  भारत और बांग्लादेश के बीच पहले टेस्ट में भारत ने बेहतरीन अंदाज में जीत दर्ज की. मैच में अश्विन ने हरफनमौला प्रदर्शन से खूब सुर्खियां बटोरी. वहीं, एक तरफ युवा ऋषभ पंत की सेंचुरी की भी गूंज देखने को मिली जो लंबे समय के बाद रेड बॉल क्रिकेट में उतरे. पंत ने बेहतरीन सेंचुरी ठोकी जिसके बाद एक बार फिर तुलनाओं का शोर तेज हो गया. पंत की तुलना धोनी से होती आई है, लेकिन इसका कोई भी तर्क दिनेश कार्तिक के गले से नहीं उतर रहा है. 


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पंत की शानदार फॉर्म


ऋषभ पंत ने साल 2018 में टीम इंडिया में अपना डेब्यू किया. शुरुआती करियर में टी20 और वनडे में छाप न छोड़ पाने वाले पंत ने टेस्ट में क्रिकेट पंडितों को चकाचौंध कर दिया. पंत ने अपनी विस्फोटक बैटिंग से ऑस्ट्रेलिया समेत कई बड़ी टीमों में दहशत पैदा की. फिर आया वो दौर जब भयानक एक्सीडेंट का पंत शिकार हो गए. जब सभी को उनका वापसी करना नामुमकिन सा लग रहा था तो पंत ने एक साल में यू टर्न मारा. पहले आईपीएल फिर टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को चैंपियन बनाकर नया चैप्टर लिख दिया. अब टेस्ट के वापसी मैच में युवा खिलाड़ी ने शतक से वापसी की. अब दिनेश कार्तिक के गले से धोनी के साथ तुलना क्यों नहीं उतर रही है और कार्तिक क्या बोले आईए जानते हैं.


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क्या बोले दिनेश कार्तिक? 


दिनेश कार्तिक ने क्रिकबज से कहा, 'यह स्वीकार्य नहीं है कि वह 34 टेस्ट खेलकर सबसे महान विकेटकीपर न गए. समय लीजिए, जल्दबाजी में निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए. हालांकि, पंत निश्चित रूप से सही रास्ते पर हैं और वह भारत के लिए सबसे महान विकेटकीपर बनकर ही दम देंगे.'


धोनी ने टीम को नंबर-1 बनाया


कार्तिक ने आगे कहा, 'विकेटकीपर के रूप में धोनी की साख को कम न आंके. उन्होंने केवल शानदार विकेटकीपिंग नहीं की, बल्लेबाजी की और भारत के लिए बहुत जरूरी समय पर रन बनाए और टीम को नंबर-1 पहुंचाया. इसलिए जब आपकी किसी खिलाड़ी के बारे में बात करते हैं तो आपको उन सभी चीजों पर पूरा ध्यान देंगे.'