दिग्गज ऑफ स्पिनर अश्विन के रिटायरमेंट से हर कोई हैरान है. भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इस दिग्गज ने इंडिया-ऑस्ट्रेलिया ब्रिस्बेन टेस्ट के तुरंत बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
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Anil Kumble Words on Ashwin Retirement: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में हुए बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के तुरंत बाद उस समय क्रिकेट जगत हैरान रह गया, जब दिग्गज भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया. फैंस को तो शॉक लगा ही, दुनियाभर के महान क्रिकेटर्स भी अश्विन के इस फैसले से स्तब्ध थे. अनिल कुंबले भी इस लिस्ट में शामिल थे, जिन्हें अश्विन के संन्यास के बारे में पता चलते ही झटका लगा. कुंबले चाहते थे कि अश्विन उनका भारतीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड तोड़ें. कुंबले निराश जरूर दिखे, लेकिन अश्विन के फैसले का सम्मान करते हुए इस महान बॉलर ने उनकी जमकर तारीफ की.
भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज
अश्विन ने अपने 14 साल के इंटरनेशनल करियर का अंत 106 टेस्ट में 24 की औसत से 537 विकेट के साथ किया. वह महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे. उन्होंने बल्ले से छह टेस्ट शतक और 14 अर्द्धशतक भी लगाए. अश्विन के फैसले से कुंबले निराश हुए, क्योंकि वह चाहते थे कि यह ऑफ स्पिनर उनके भारतीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेटों का रिकॉर्ड तोड़े.
कुंबले ने क्या कहा?
कुंबले ने ईएसपीएन क्रिकइंफो द्वारा शेयर किए गए वीडियो में कहा, 'शानदार करियर के लिए बधाई, ऐश. आप भारत के लिए चैंपियन गेंदबाज रहे हैं, भारत के लिए चैंपियन ऑलराउंडर रहे हैं. निश्चित रूप से आपकी कमी खलेगी. इसकी उम्मीद रखना आसान नहीं जो आपने अपने पूरे करियर में इसे सही तरीके से किया है. आप भारत के लिए मैच विजेता रहे हैं और टीम इंडिया निश्चित रूप से आपकी कमी महसूस करेगी.'
'चाहता था कि 619 विकेट से आगे...'
कुंबले ने आगे कहा, 'मैं थोड़ा निराश हूं कि आज आपने इंटरनेशनल करियर समाप्त कर लिया. मैं आपको 619 (कुंबले का भारतीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने का रिकॉर्ड) से आगे जाते देखना चाहता था, लेकिन इस फैसले के लिए आपके पास अपने कारण हैं. कुंबले ने अश्विन को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने कहा, 'आपके दूसरे चैप्टर के लिए आपको शुभकामनाएं और मुझे यकीन है कि यह पहले अध्याय की तरह ही शानदार होगा. तो, ऐश, भारत के लिए आपके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं और एक बार फिर बधाई. बहुत-बहुत शुभकामनाएं. जल्द ही मिलते हैं.'
अश्विन की उपलब्धियां
उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट था, जहां उन्होंने अपने 18 ओवरों में 1-53 विकेट लिया और बल्ले से 29 रन बनाए. यह मुकाबला भारत 10 विकेट से हार गया था. अश्विन ने भारत के लिए 116 वनडे मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 156 विकेट लिए और 2011 वनडे विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीमों के सदस्य रहे. अश्विन ने 65 टी20 मैच भी खेले और 72 विकेट लिए.
अश्विन की फिरकी का जादू सिर्फ रेड बॉल क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि उन्होंने सफेद गेंद के फॉर्मेट में भी शानदार प्रदर्शन किया. 116 वनडे में 156 विकेट और 65 टी20 में 72 विकेट लिए. भारत की 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के प्रमुख सदस्य, अश्विन की बहुमुखी प्रतिभा और क्रिकेट की समझ ने उन्हें सबसे अलग बना दिया.