नई दिल्ली: इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root) ने सोमवार को कहा कि वह यॉर्कशर टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी अजीम रफीक के क्रिकेट क्लब में नस्लवाद का सामना करने के आरोपों से ‘दुखी’ हैं. उन्होंने ऐसे मामलों से बचने के लिए सभी हितधारकों से अधिक जागरूकता फैलाने का आग्रह किया.


रूट का साथी हुआ नस्लवाद का शिकार 


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इंग्लैंड अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान रफीक ने पिछले साल एक साक्षात्कार में कहा था कि यॉर्कशर की तरफ से 2008-2017 के बीच खेलते हुए वे खुद को बाहरी महसूस करते थे. क्लब ने पिछले सप्ताह एक माफीनामा जारी करते हुए कहा था कि रफीक ‘अनुचित व्यवहार का शिकार’ बने थे. रूट (Joe Root) ने कहा कि खेल में नस्लवाद को दूर करने के लिए अभी बहुत काम करना बाकी है.


खेल के लिए हमें बहुत काम करना है- रूट


रूट (Joe Root) ने आगे कहा, ‘मैं वास्तव में उस रिपोर्ट पर बहुत अधिक अटकलें या टिप्पणी नहीं कर सकता जो मैंने नहीं देखी है, लेकिन टीम के पूर्व साथी और दोस्त के रूप में उसे आहत होते देखना मेरे लिए मुश्किल है. मुझे ऐसा भी लगता है कि किसी भी चीज से अधिक यह दर्शाता है कि खेल के रूप में हमें अभी भी बहुत काम करना है.’


आत्महत्या करने का बना लिया था मन


दरअसल रफीक ने दिसंबर 2020 में 2020 में नस्लवाद का सामना करने के बाद कानूनी शिकायत भी दर्ज की थी. उस वक्त उन्होंने बताया था कि क्लब में हो रहे नस्लवाद की वजह से उन्हें मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा था. उन्होंने जानकारी दी थी कि वो डिप्रेशन का शिकार हो गए थे और उन्होंने कई बार आत्महत्या करने तक का मन बना लिया था.