Farokh Engineer Statement: भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल लंदन में है, जहां वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला (WTC Final-2023) खेल रही है. इसमें रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया की कड़ी चुनौती है. इसी बीच मैच देखने पहुंचे एक दिग्गज ने बड़ा बयान दिया है. 


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क्रिकेटरों की कमाई पर बोला दिग्गज


डब्ल्यूटीसी फाइनल उसी ओवल मैदान पर खेला जा रहा है, जहां भारत ने 1971 में इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट मैच जीता था. उस टीम के सदस्य रहे भारतीय दिग्गज विकेटकीपर फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने अब क्रिकेटरों की कमाई पर बड़ी बात कही है. इंजीनियर ने तब मैच की पहली पारी में 59 रन बनाए थे. वह तब क्रिकेट खेले हैं, जब खिलाड़ी एक दिन में 50 रुपए की कमाई करते थे. उन्हें खुशी है कि आईपीएल में मौजूदा पीढ़ी के क्रिकेटर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं.


गलती से इंग्लैंड में जन्मा क्रिकेट...


इंजीनियर ने कहा, ‘भारत टेस्ट क्रिकेट में आगे बढ़ गया है और सीमित ओवरों के फॉर्मेट में हमारे पास आईपीएल है जिससे दुनिया ईर्ष्या करती है. क्रिकेट की बागडोर भारतीय क्रिकेट के हाथों में हैं, इससे मुझे बहुत खुशी होती है. मैं हर समय क्रिकेट देखता हूं. यह मेरे खून में है. क्रिकेट भारतीय खेल है जिसका गलती से ब्रिटेन में जन्म हुआ. क्रिकेट पहले भी काफी लोकप्रिय था लेकिन टी-20 से यह दुनिया के तमाम देशों में फैल रहा है.'


एक दिन के मिलते थे 50 रुपये


अपने करियर में 46 टेस्ट और 5 वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले फारुख इंजीनियर ने कहा, 'आईपीएल में मोटी धनराशि मिलती है. हमें 5 दिनों के टेस्ट मैच खेलने के लिए हर दिन 50 रुपए मिलते थे.’ इंजीनियर ने इस मौके पर एक रोचक किस्सा भी सुनाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है कि मैं सुनील गावस्कर के साथ बल्लेबाजी कर रहा था और हमें चौथे दिन के अंतिम आधे घंटे में 15 से 20 रन की जरूरत थी. ड्रेसिंग रूम से हमें मैसेज मिल रहा था कि मैच आज खत्म नहीं करो क्योंकि इससे हमें पांचवें दिन के भत्ते का नुकसान होगा. हम पैसे के लिए नहीं खेलते थे. हम सम्मान के लिए खेलते थे.’