W, W, W, W, W.. अश्विन-जडेजा अभी तक नहीं तोड़ पाए हरभजन का ये रिकॉर्ड, 24 साल से अमर
Unbreakable Cricket Records: मॉडर्न क्रिकेट में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी किसी भी परिचय की मोहताज नहीं है. दोनों स्पिनर्स ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कई रिकॉर्ड्स कायम कर दिए हैं. अश्विन ने तो रिकॉर्डबुक में अनिल कुंबले को भी पछाड़ रखा है. लेकिन आपको हैरानी होगी कि हरभजन सिंह का एक रिकॉर्ड दोनों आज भी नहीं तोड़ पाए हैं.
Unique Cricket Records: मॉडर्न क्रिकेट में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी किसी भी परिचय की मोहताज नहीं है. दोनों स्पिनर्स ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कई रिकॉर्ड्स कायम कर दिए हैं. अश्विन ने तो रिकॉर्डबुक में अनिल कुंबले को भी पछाड़ रखा है. लेकिन आपको हैरानी होगी कि हरभजन सिंह का एक रिकॉर्ड दोनों आज भी नहीं तोड़ पाए हैं. 24 साल पहले हरभजन ने भारतीय पिचों पर अपनी जादुई गेंदबाजी से खलबली मचा दी थी.
हरभजन ने 4 बार खोला था पंजा
साल 2000-01 में ऑस्ट्रेलिया टीम भारत दौरे पर थी. इन दिनों भज्जी अपनी पीक पर थे. हरभजन ने अपनी फिरकी का जाल ऐसा बिछाया कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में गजब की दहशत फैली थी. भज्जी के हाथ में गेंद आते ही कंगारू टीम थर-थर कांपती थी. बॉर्डर गावस्कर सीरीज में 3 मैच खेलने वाले हरभजन ने 4 बार पंजा खोला. वहीं, एक बार 4 विकेट भी अपने नाम किए.
BGT की एक सीरीज में टॉप विकेट टेकर
यूं तो ऑस्ट्रेलिया और भारत दोनों टीमों में कई धुरंधर देखने को मिले. जिसमें से नामी नाथन लायन, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा ही रहे. लेकिन बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की एक सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाया. यह रिकॉर्ड पिछले 24 सालों से कायम है. हरभजन ने इस सीरीज में 3 मैच में 32 विकेट अपने नाम किए थे. उन्होंने 6 पारियां खेली थीं.
5 मैच में भी नहीं टूट रहा रिकॉर्ड
आज बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 5 टेस्ट मैच खेले जाते हैं. लेकिन अभी तक कोई भी हरभजन के रिकॉर्ड को ज्यादा पारियां खेलकर भी नहीं तोड़ पाया है. इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर अश्विन ही हैं, जिन्होंने 2012-13 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैच खेलकर 29 विकेट झटके थे. अब देखना दिलचस्प होगा कि नवंबर में होने वाली भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में कोई गेंदबाज इस रिकॉर्ड को तोड़ने में कामयाब होता है या नहीं.