History of Timed out rule in Cricket: श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज सोमवार को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए. एंजेलो मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ होने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने. इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार ऐसा मंजर देखने को मिला है. इस नियम के मुताबिक  एक बल्लेबाज के आउट होने के बाद जब नया बल्लेबाज क्रीज पर बैटिंग के लिए तय समय पर नहीं पहुंचता तो उसे टाइम आउट करार दिया जाता है. नए बल्लेबाज को तीन मिनट के अंदर मैदान में आना होता है. 


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क्या था पूरा मामला? 


सदीरा समरविक्रम के आउट होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया. उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया, लेकिन इसमें काफी समय लग गया. इस बीच बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दे दिया. एंजेलो मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब से बात की और अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप भी दिखाया, लेकिन बांग्लादेश के कप्तान ने अपील वापस लेने से इनकार कर दिया और श्रीलंका के बल्लेबाज को वापस लौटना पड़ा. मैथ्यूज इससे काफी नाराज दिखे और उन्होंने बाउंड्री पर अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप सभी को दिखाया और फिर गुस्से में इसे जोर से जमीन पर दे मारा. क्रिकेट के खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के नियम 40.1.1 के अनुसार अगर किसी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने पर अगला बल्लेबाज नियमित समय के भीतर अगली गेंद का सामना नहीं करता है तो उसे टाइम आउट दिया जा सकता है.


क्रिकेट में कब आया ‘टाइम आउट’


इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार किसी बल्लेबाज को ‘टाइम आउट’ दिया गया है, लेकिन क्या आपको पता है कि इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में 104 साल पहले एक बल्लेबाज को भी ‘टाइम आउट’ दिया जा चुका है. दरअसल, 104 साल पहले 22 मई 1919 को ससेक्स और समरसेट के बीच टांटन के मैदान पर इंग्लिश काउंटी क्रिकेट का एक मैच खेला गया था. इस मैच में ससेक्स के बल्लेबाज हारोल्ड हैगेट को मैदान पर समय से नहीं पहुंचने की वजह से अंपायर ने टाइम्ड आउट दे दिया था. 


104 साल पहले हुए उस मैच की कहानी


बता दें कि इस मैच में हारोल्ड हैगेट की टांग चोटिल थी और वे क्रिकेट की जर्सी की जगह साधारण कपड़े पहनकर लंगड़ाते हुए पिच पर अंपायर को ये बताने आए थे कि उन्हें थोड़ा समय लगेगा, लेकिन अंपायर ने उनकी इस अपील को मानने से इंकार कर दिया और उन्हें टाइम आउट दे दिया. इसी के साथ ही ससेक्स की पारी वहीं खत्म हो गई. हैगेट को भले ही अंपायर ने समय पर पिच पर नहीं पहुंचने के कारण टाइम्ड आउट दिया था, लेकिन तब तक क्रिकेट में ऐसा कोई नियम नहीं था. 


टाइम आउट पर जमकर मचा बवाल 


स्कोरर को इसके चलते स्कोरशीट पर हैगेट के नाम के आगे आउट होने के कारण वाले कॉलम में 'एब्सेंट (गैरहाजिर)' लिखना पड़ा था. हैगेट को आउट दिए जाने के तरीके को लेकर कई महीने तक बहस चलती रही थी. बाद में एमसीसी (क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था) ने अंपायरों के निर्णय को सही ठहराकर इस बहस को खत्म किया था. आगे ऐसी किसी बहस की गुंजाइश नहीं छोड़ने के लिए एमसीसी ने बाद में क्रिकेट के अंदर टाइम आउट का नियम ही बना दिया था.