नई दिल्ली: मालदीव क्रिकेट संघ के अध्यक्ष इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (Royal Challengers Bangalore) का मैच देखने के लिए आए हुए थे. ऐसी खबरें हैं कि उनके भारत आने के पीछे एक खास वजह थी. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति (COA) महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम को मालदीव भेजेगी ताकि वह देख सकें कि इस देश में क्रिकेट की क्या स्थिति है और इसे सुधारने के लिए क्या किया जा सकता है?


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इस फैसले ने हालांकि बीसीसीआई के कई अधिकारियों को हैरान कर दिया है. उनका मानना है कि ऐसे में जब इस देश में घरेलू क्रिकेट में 9 नई टीमें आई हैं तो वहां ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है और किसी अन्य देश में क्रिकेट के विकास  की बात बाद में भी की जा सकती थी.


बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, "पूर्वोत्तर में काफी काम किया जाना बाकी है और ऐसे में आप बीसीसीआई के जीएम को मालदीव भेज रहे बल्कि उन्हें पूर्वोत्तर में ज्यादा समय बिताना चाहिए. राज्य संघ खेल के विकास के लिए जमीनी स्तर पर काफी मेहनत कर रहे हैं. उन्हें वो पैसा भी नहीं मिल रहा है जो उनका है. ऐसे में आप सबा करीम को मालदीव भेज रहे हैं. क्या वो यह नहीं समझते हैं कि बीसीसीआई में 'आई' का मतलब इंडिया (भारत) है."


अधिकारी ने कहा, "अगर फिर भी क्रिकेट कूटनीति को देखा जाए कौन सही दिमाग से काम लेते हुए मालदीव के बारे में सोचेगा जबकि ध्यान ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसे देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने पर होना चाहिए."


अधिकारी ने कहा, "क्या इसमें कोई निजी एजेंडा है? बीसीसीआई से मिले काम के बाद क्या कोई मालदीव जाने के लिए तरस रहा था."


एक और सीनियर अधिकारी ने बताया कि किस तरह यह सब एक रंगमंच की तरह बन गया है जहां लोग अब विदेशी दौरों पर जाने के लिए मचल रहे हैं जबकि घर में ही काफी काम बचा हुआ है.  उन्होंने कहा, "हमारे पास अंपायर अकादमी को दोबारा शुरू करने के समय नहीं है, लेकिन सीएफओ सवालिया हालात में अमेरिका जाएंगे. सबा करीम इंग्लैंड और मालदीव जाएंगे. एनसीए का सीओओ ऑस्ट्रेलिया ओपन देखने के लिए छुट्टी पर जाता है. यह मजाक है."


कार्यकारी ने कहा, "आप जानते हैं कि ब्रेक के बाद जब सर्वोच्च अदालत बैठेगी तो सीईओ के खिलाफ एक या दो मामलों में जांच हो सकती है." उन्होंने कहा, "महिला क्रिकेट की बात की जाए तो सिर्फ दो घरेलू सीरीज ही बीते चार साल में हमारी महिला टीम को खेलनी हैं. महिला टी-20 चैलेंज पर काम करने के बजाए सीओए विकास को कहीं और ले जाने पर काम कर रहा है."


उन्होंने कहा, "क्या यह सीओए का रोल है या कोई और अपने दौरों के लिए ऐसा कर रहा है. साथ ही जब बीसीसीआई ने करीम को नियुक्त किया था तब उनका रोल क्या था? महिला क्रिकेट का विकास उनके कार्यश्रेत्र में नहीं था?"


करीम से इस मसले पर बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्हें फोन का जवाब नहीं दिया.


(इनपुट-आईएएनएस)