Jasprit Bumrah: इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया था. बुमराह शुरुआती तीनों टेस्ट में खेले थे. उन्होंने 3 टेस्ट में 17 विकेट लिए थे. टीम मैनेजमेंट ने वर्कलोड को देखते हुए बुमराह को आराम दिया. इससे भारत के पूर्व कप्तान और क्रिकेट कमेंटेटर सुनील गावस्कर नाराज हो गए. उन्होंने बुमराह को आराम दिए जाने पर सवाल उठाया है.


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बुमराह की जगह खेले थे आकाश दीप


गावस्कर ने कम वर्कलोड के बावजूद बुमराह को आराम देने के भारतीय टीम मैनेजमेंट के फैसले की आलोचना की है. महान बल्लेबाज ने सवाल उठाया कि अगर राजकोट में हुए पिछले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने सिर्फ 15 और दूसरी पारी में केवल 8 ओवर फेंके थे, तो वह थके हुए कैसे हो सकते हैं? यह टेस्ट विशाखापत्तनम में हुए दूसरे मुकाबले के नौ दिन बाद खेला गया था. बुमराह रांची टेस्ट में कमाल का प्रदर्शन कर सकते हैं. वहां कि पिच पर डेब्यू करने वाले आकाश दीप ने जबरदस्त गेंदबाजी की थी. ऐसे में बुमराह कहर बरपा सकते थे.


रोहित-राहुल पर उठाया सवाल


बुमराह की गैरमौजूदगी में भी भारत ने चौथे टेस्ट को जीत लिया. उसने सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल की. गावस्कर ने कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा द्वारा लिए गए फैसले पर सवाल उठाया. उन्होंने मिड-डे के लिए अपने कॉलम में लिखा, "राजकोट में तीसरे टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 15 ओवर और फिर दूसरी पारी में आठ ओवर फेंकने के बावजूद शायद ट्रेनर की सिफारिश पर बुमराह को आराम दिया गया था."


आठ दिन का ब्रेक तो होना ही था: गावस्कर


गावस्कर ने आगे कहा, ''मत भूलो कि दूसरे टेस्ट और तीसरे टेस्ट मैच के बीच नौ दिन का ब्रेक था और फिर पूरे मैच में 23 ओवर गेंदबाजी करना बिल्कुल भी थका देने वाला नहीं है, तो फिर बुमराह को आराम क्यों दिया गया? चौथे टेस्ट के बाद तो आठ दिन का ब्रेक होना ही था. यह किसी भी एथलीट को फ्रेश होने के लिए एक पर्याप्त समय है.'' भारत ने पहले दिन लंच के समय इंग्लैंड को 112/5 के स्कोर से उबरने के बाद 353 रन का विशाल स्कोर बनाने दिया. टीम को निश्चित रूप से पुरानी गेंद से बुमराह की कमी महसूस हुई. वह गुरुवार (7 मार्च) से धर्मशाला में पांचवां और अंतिम टेस्ट खेलने के लिए लौट आए हैं.