IND vs NZ: कहीं अपने ही बुने जाल में ना फंस जाए टीम इंडिया, न्यूजीलैंड ने बनाया खतरनाक प्लान!
IND vs NZ: भारत लंबे समय के बाद अपने घर में कोई टेस्ट सीरीज खेलने वाला है. भारत की पिचों पर हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों का हल्ला रहता है. लेकिन इस बार न्यूजीलैंड की टीम भारत को उसी के जाल में फंसाएगी.
नई दिल्ली: टीम इंडिया 25 नवंबर से न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भिड़ने वाली है. इसी के साथ भारत लंबे समय के बाद अपने घर में कोई टेस्ट सीरीज खेलने वाली है. भारत में हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों का हल्ला रहता है. इसी वजह से भारत को कोई भी टीम यहां की पिचों पर मात देने में नाकाम रहती है. लेकिन न्यूजीलैंड एक बहुत ही शातिर टीम है और वो भारत को उसी के बिछाए जाल में बांध सकती है.
न्यूजीलैंड ने बनाया मास्टर प्लान
न्यूजीलैंड के कोच गैरी स्टीड ने कहा कि भारत के खिलाफ गुरुवार से यहां शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में अगर परिस्थितियों की मांग हुई तो वह तीन विशेषज्ञ स्पिनरों को अंतिम 11 में शामिल कर सकते हैं. स्टीड का मानना है कि भारत के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में उस तरह की पिच नहीं होगी जैसा कि इंग्लैंड को विराट कोहली की टीम के खिलाफ अहमदाबाद में मिली था.
कीवी टीम उतारेगी 3 स्पिनर्स
स्टीड ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आपको इसका कारण पता करना होगा कि टीमें यहां अक्सर आती है लेकिन जीत नहीं पाती हैं. इससे पता चलता है कि यहां चुनौती कितनी बड़ी है.’ स्टीड ने संकेत दिया कि मुंबई में जन्में बाये हाथ के स्पिनर ऐजाज पटेल का सीरीज के टेस्ट मैच में खेलना लगभग तय है. उन्होंने कहा, ‘चार तेज गेंदबाजों और एक कामचलाऊ स्पिनर के साथ खेलने का हमारा पारंपरिक तरीका यहां सफल नहीं हो सकता है. आप इस मैच में तीन स्पिनरों को खेलते हुए भी देख सकते हैं. इसके मामले पर फैसला पिच का मुआयना करने के बाद होगा.’
पिच होंगी अलग
यह पूछे जाने पर कि इंग्लैंड के खिलाफ भारत के पिछले घरेलू टेस्ट के दौरान जैसी पिचें थी, क्या उसे लेकर वह मैदानकर्मियों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ऐसे कुछ करने की जरूरत है क्योंकि उस समय एक ही स्थान पर कई टेस्ट मैच खेलने थे. उन्होंने कहा, ‘देखिए, इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियां थीं, लेकिन इस बार यह अंतर है कि हमें दो अलग अलग स्थलों पर टेस्ट मैच खेलना है. इंग्लैंड को एक ही मैदान पर दो टेस्ट मैच खेलने पड़े थे. उन्होंने कहा, ‘हम जानते है कि हमारे लिए दोनों मैदान पर परिस्थितियां काफी अलग होगी क्योंकि कानपुर में पिच काली मिट्टी की है जबकि मुंबई में यह लाल मिट्टी की है.’