नई दिल्ली: जोहानिसबर्ग (Johannesburg) के वांडरर्स (Wanderers) मैदान में दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar) की बल्लेबाजी के आगे केएल राहुल के गेंदबाज पूरी तरह पस्त नजर आए.


डीन एल्गर ने दिलाई जीत


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साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने मैच विनिंग पारी खेलते हुए अपनी टीम को 7 विकेट से शानदार जीत दिलाते हुए 3 मैचों की सीरीज को 1-1 की बराबर कर दिया. एल्गर ने 188 गेंदों में 92 रन की पारी खेली, इस दौरान उन्होंने 10 चौके लगाए.


 



भारत ने दिया था 240 रनों का टारगेट 


दक्षिण अफ्रीका के सामने 240 रन का लक्ष्य था जो उसने बारिश से प्रभावित चौथे दिन तीन विकेट गंवाकर हासिल कर दिया. कप्तान डीन एल्गर ने नाबाद 96 रन बनाए. भारत ने अपनी पहली पारी में 202 रन बनाये थे जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी. भारत ने दूसरी पारी में 266 रन बनाए. तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच 11 जनवरी से केपटाउन में खेला जाएगा.


फेल रहे भारतीय गेंदबाज


मैच की चौथी पारी में टीम इंडिया के गेंदबाजों से करिश्मे की उम्मीद थी जिसे डीन एल्गर और बाकी प्रोटियाज बल्लेबाजों ने तोड़ कर रख दी. मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और रविचंद्रन अश्विन ने 1-1 विकेट लिए. वहीं मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को एक भी कामयाबी नहीं मिली.



 


विराट के गैरमौजूदगी में हार


विराट कोहली के बिना खेल रहे भारत ने अपनी पहली पारी में 202 और दूसरी पारी में 266 रन बनाये जबकि दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी.


पार्टनरशिप से मिली SA को जीत


डीन एल्गर ने बुधवार को एडेन मार्कराम (31) के साथ पहले विकेट के लिए 47 और कीगन पीटरसन (28) के साथ दूसरे विकेट के लिये 46 रन की साझेदारियां करने के बाद गुरुवार को रॉसी वान डर डुसेन के साथ 82 रन और तेम्बा बावुमा (नाबाद 23) के साथ 68 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका की आसान जीत सुनिश्चित की.


वांडरर्स में भारत की पहली टेस्ट हार


भारत ने वांडरर्स पर इससे पहले मैच नहीं गंवाया था. उसने यहां दो मैचों में जीत दर्ज की थी और इससे भारतीय टीम यहां अजेय बढ़त लेकर दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी थी लेकिन एल्गर ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया. अब केपटाउन में 11 जनवरी से शुरू होने वाला तीसरा मैच निर्णायक बन गया है.


प्रेशर नहीं बना पाए भारतीय गेंदबाज


भारतीय गेंदबाज दबाव बनाने में नाकाम रहे. जसप्रीत बुमराह को विकेट नहीं मिला जबकि मोहम्मद सिराज पूरी तरह से फिट नहीं थे जिससे भारतीय रणनीति प्रभावित हुई. दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के विश्वसनीय ड्राइव वास्तव में दर्शनीय थी जिससे उन्होंने भारतीयों को हावी नहीं होने दिया.


मैच में रहा बारिश का दखल


पहले दो सेशन का खेल बारिश की भेंट चढ़ने के बाद आखिर में स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजकर 45 मिनट (भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 15 मिनट) पर खेल शुरू हो पाया. दक्षिण अफ्रीका ने 2 विकेट पर 118 रन से आगे खेलना शुरू किया. तब वो लक्ष्य से 122 रन दूर था. दक्षिण अफ्रीका ने दो घंटे से थोड़ा ज्यादा समय में यह रन बना दिये.


खराब रोशनी ने किया परेशान


बादल छाए होने के और दूधिया रोशनी के बावजूद भारत ने जसप्रीत बुमराह के साथ रविचंद्रन अश्विन से गेंदबाजी का आगाज करवाया. एल्गर ने वहीं से शुरुआत की जहां पर कल उन्होंने अपनी पारी समाप्त की थी.


एल्गर बने संयम की मिसाल


डीन एल्गर धैर्य की मिसाल बने रहे. उन्होंने जल्द ही अश्विन पर मिडऑन पर चौका लगाकर अपने टेस्ट करियर का 19वां अर्धशतक पूरा किया. वान डर डुसेन का बुमराह पर किया ड्राइव आकर्षक था. इस बीच आउटफील्ड गीली होने के कारण अंपायरों को गेंद बदलनी पड़ी.


गीली गेंद से हुई दिक्कत


गेंद गीली हो जाने से भी भारतीय गेंदबाजों को परेशानी हुई. बुमराह, मोहम्मद शमी और सिराज की तीन शार्ट पिच गेंद पर दक्षिण अफ्रीका को कुल 15 वाइड रन मिले. शमी के ओवर में 14 रन बने जिसमें वान डर डुसेन के दो कंट्रोल्ड चौके भी शामिल थे.


शमी ने लिया डुसेन का विकेट


वान डर डुसेन जब खतरनाक नजर आ रहे थे तब शमी ने उन्हें बाहर जाती गेंद पर पहली स्लिप में चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच कराया. भारत को जल्द ही तेम्बा बावुमा का भी विकेट मिल जाता लेकिन ठाकुर ने फालोथ्रू में कैच छोड़ दिया. बावुमा ने तब खाता भी नहीं खोला था. एल्गर ने हालांकि शमी पर लगातार दो चौके लगाकर फिर से गेंदबाजों पर दबाव बना दिया.


चौका लगाकर एल्गर ने दिलाई जीत


टेम्बा बावुमा ने पहली पारी की तरह खुलकर खेलना शुरू किया जबकि डीन एल्गर ने मोहम्मद सिराज के एक ओवर में तीन चौके लगाकर रही सही कसर पूरी कर दी. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ने आखिर में विनिंग चौका लगाया.