वेस्टइंडीज सीरीज से पहले हरभजन सिंह ने दी बड़ी सलाह, कहा- इस प्लेयर पर रखो भरोसा
IND vs WI: टीम इंडिया 6 फरवरी से वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में भिड़ने वाली है. इस सीरीज में कई युवा और दिग्गज खिलाड़ियों की टीम में वापसी हो रही है. इसी लिस्ट में एक नाम स्टार स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव का भी है.
नई दिल्ली: टीम इंडिया 6 फरवरी से वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में भिड़ने वाली है. इस सीरीज में कई युवा और दिग्गज खिलाड़ियों की टीम में वापसी हो रही है. इसी लिस्ट में एक नाम स्टार स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव का भी है. कुलदीप लंबे समय से टीम से बाहर थे और अब उनकी वापसी हुई है. कुलदीप की वापसी पर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है.
कुलदीप पर हरभजन का बड़ा बयान
भारत के महान स्पिनरों में से एक हरभजन सिंह से जब कुलदीप से उनकी उम्मीदों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘कुलदीप के लिए आगे की डगर काफी मुश्किल होगी. उसके पास चोट से वापसी के बाद कोई भी उचित घरेलू मैच नहीं है और ऐसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी करना आसान नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘वह सर्जरी से पहले भी नियमित रूप से नहीं खेल रहा था और जब आप सीमित ओवरों की क्रिकेट में वापसी करते हो तो सबसे पहले आपके दिमाग में बस एक बात होती है, ‘मेरी गेंद पर बल्लेबाज हिट नहीं करे.’
लय हासिल करने में लगेगा समय
हरभजन ने कहा, ‘इसलिए यह एक संतुलन बनाने की बात है क्योंकि आप साफ तौर पर कई तरह की असुरक्षा से निपट रहे होते हो. यह मानसिक मजबूती और संयम का परीक्षण होता है.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं. अगर उसे शुरुआती एक दो विकेट मिल जाते हैं तो वह एक अलग ही गेंदबाज होगा लेकिन हो सकता है चीजें योजना के अनुसार नहीं चलें. उसे लय हासिल करने में कुछ समय लग सकता है.’
हरभजन ने कहा, ‘पर मेरा सुझाव यही होगा कि अगर आपने पिछले प्रदर्शन को देखकर उस पर भरोसा दिखाया है तो उसे काफी समय दीजिए और उस पर भरोसा दिखाइए. वह ऐसा गेंदबाज है जो भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन कर सकता है.’ राष्ट्रीय सेलेक्टर्स ने अपवाद स्वरूप कुलदीप को मैच फिटनेस साबित किए बिना ही टीम में शामिल कर लिया है क्योंकि इस समय कोई घरेलू क्रिकेट नहीं हो रहा है और ऐसा खिलाड़ियों के साथ कम ही होता है.
बचपन के कोच ने कही ये बात
कुलदीप के बचपन के कोच कपिल पांडे ने इस कलाई के स्पिनर को 9 साल की उम्र से तराशा है. उन्होंने कहा, ‘मेरा लड़का (कुलदीप) मानसिक रूप से काफी मजबूत है. उसके कौशल में मामूली सी भी कमी नहीं आई है. हां, वह जितनी गेंदबाजी करेगा, उतना ही सुधार करेगा.’ यह पूछने पर कि सर्जरी के बाद वापसी के दौरान वह प्रत्येक दिन कितने ओवर गेंदबाजी कर रहा था तो उन्होंने कहा कि तीन अभ्यास मैचों में उसने एक दिन में 15 से 20 ओवर तक गेंदबाजी की.