INDvsAUS: इंदौर में कायम रहा टीम इंडिया का रिकॉर्ड, ऑस्ट्रेलिया भी नहीं रोक सका विजय रथ
भारत अब तक इंदौर में कभी कोई मैच नहीं हारा है.
इंदौर: ऑस्ट्रेलिया पर पांच विकेट से भारत की शानदार विजय के साथ ही रविवार (24 सितंबर) को यहां होलकर स्टेडियम में मेजबान टीम के अजेय रहने का रिकॉर्ड भी बरकरार रहा. यह इस मैदान पर एक दिवसीय मैचों के प्रारूप में टीम इंडिया की लगातार पांचवीं जीत है. मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ का करीब 28,500 दर्शकों की क्षमता वाला होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिये बेहद भाग्यशाली रहा है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार (24 सितंबर) को खेले गये मैच के अलावा होलकर स्टेडियम में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दो और वेस्ट इंडीज एवं दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक-एक वन डे मैच खेला है. इन चारों मुकाबलों में भी मेजबान टीम ने जीत दर्ज की है.
यह भी कमाल का संयोग है कि चारों मुकाबलों में भारत ने टॉस भी जीता था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आज खेले गये मैच के दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली ने हालांकि टॉस गंवाया. लेकिन मेजबान टीम ने आखिरकार मैच जीत लिया और इसके साथ ही 3-0 से सीरीज भी अपने नाम कर ली. होलकर स्टेडियम के इतिहास का पहला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच 15 अप्रैल 2006 को भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था. इस मैच में भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराया था.
उस श्रृंखला में भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ रन बनाने के संघर्ष कर रहे थे, लेकिन अपने जन्म स्थान इंदौर में उन्होंने तब 69 रन की पारी खेलकर भारतीय जीत में अहम भूमिका निभायी थी. इंग्लैंड के खिलाफ 17 नवंबर 2008 को महेंद्र सिंह धोनी के अगुवाई में खेला गया वनडे भारत ने 54 रन से जीता था. धोनी को हालांकि 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में विश्राम दे दिया गया और उनकी जगह सहवाग को टीम की कमान सौंप दी गयी. श्रृंखला के पहले तीन मैचों में सहवाग केवल 20, 26 और शून्य रन ही बना पाये थे. उन पर बड़ी पारी खेलने का दबाव था और ऐसे में उन्हें होलकर स्टेडियम ने आदर्श स्थिति उपलब्ध करायी जहां गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रही थी और बाउंड्री भी अपेक्षाकृत थोड़ी छोटी हैं.
होलकर स्टेडियम में खेले गये एकमात्र टेस्ट मैच में भारत ने 11 अक्तूबर 2016 को न्यूजीलैंड को 321 रन से हराया था. इसके साथ ही सीरीज में 3-0 से ‘क्लीन स्वीप’ किया था. यह मुकाबला इंदौर ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के इतिहास का पहला टेस्ट मैच था जो भारत की जीत के कारण स्थानीय दर्शकों के लिये खासतौर पर यादगार बन गया था.
सहवाग ने यहीं तोड़ा था तेंदुलकर का रिकॉर्ड
सहवाग ने आठ दिसंबर 2011 को खेले गये मैच में 219 रन की लाजवाब पारी खेली. इसके लिये उन्होंने 149 गेंदों का सामना किया तथा 25 चौके और सात छक्के लगाये. सहवाग ने सचिन तेंदुलकर के नाबाद 200 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा जो उन्होंने 24 फरवरी 2010 को ग्वालियर में बनाया था.