IND vs ENG: `भारतीय विकेटों पर गेंदबाजी करना चैलेंजिंग`, टेस्ट सीरीज से पहले इंग्लैंड पेसर का बयान
India vs England Test Series: भारत और इंग्लैंड के बीच 25 जनवरी से टेस्ट सीरीज का आगाज होने वाला है. इस सीरीज से पहले इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने भारतीय विकटों को लेकर बयान दिया है.
James Anderson Statement: भारतीय टीम इसी महीने की 25 तारीख से इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत करेगी. इसके लिए इंग्लैंड ने पिछले साल दिसंबर में अपने स्क्वायड का ऐलान कर दिया था. वहीं, भारत ने शुरुआती 2 मैचों के लिए टीम की घोषणा की. इस सीरीज से पहले ही इंग्लैंड के बेहतरीन तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भारतीय विकटों चैलेंजिंग बताया है.
एंडरसन ने दिया बयान
जेम्स एंडरसन का मानना है कि भारतीय विकेटों पर गेंदबाजी करना चैलेंजिंग है. एंडरसन ने कहा, टक्योंकि मैं सीनियर हूं इसलिए मेरी जिम्मेदारी है कि मैं टीम के बाकी खिलाड़ियों को समझाऊं. हमारे स्क्वाड में ऐसे गेंदबाज भी है जो इस दौरे पर पहली बार खेलेंगे तो उनके लिए यहां की परिस्थितियों बिल्कुल अलग होंगी. ऐसे में जहां हम उन गेंदबाजों की मदद कर सकते हैं हमें करनी होगी.'
'तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं'
बता दे कि एंडरसन का यह छठा भारतीय दौरा है. वह इससे पहले 2006, 2008, 2012, 2016 और 2021 में भारतीय दौरे पर आ चुके हैं. एंडरसन का यह भी मानना है कि भारत में तेज गेंदबाजी ज्यादा प्रभावित नहीं रहती है. उन्होंने कहा, 'इस दौरे पर टीम सिर्फ चार तेज गेंदबाजों के साथ जा रही है. जैसी गेंदबाजी इंग्लैंड में होती है, भारत में ऐसा नहीं होता है. हालांकि, फिर भी तेज गेंदबाज जरूरी हैं.'
रिटायरमेंट पर कही ये बात
41 साल के इस तेज गेंदबाज ने अपने रिटायरमेंट को लेकर भी बात की. उनका कहना है कि अभी भी गेंदबाजी कर सकते हैं और वह टेस्ट क्रिकेट में अभी भी इंग्लैंड के लिए खेल सकते हैं. एंडरसन ने कहा, 'मुझे लगता है मेरे पास टीम को देने के लिए बहुत कुछ है. मुझे अभी भी यह महसूस होता है कि मैं इंग्लैंड को क्रिकेट मैच जिता सकता हूं. इसलिए मुझे समझ नहीं आता की सिर्फ उम्र के कारण ही मुझे करियर खत्म क्यों करना चाहिए.' बता दें कि एंडरसन टेस्ट करियर में 690 विकेट ले चुके हैं. वह भारत दौरे पर 10 विकेट लेते ही 700 या इससे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन जाएंगे.