Team India: टीम इंडिया (Team India) का एक बॉलर ऐसा है, जिसने इंटरनेशनल क्रिकेट (Cricket) में आते ही कमाल कर दिया. इस गेंदबाज की स्विंग पाकिस्तान के महान गेंदबाज वसीम अकरम की तरह ही खतरनाक है, लेकिन 2 साल हो गए इस खिलाड़ी को टीम इंडिया के सेलेक्टर्स मानों भूल ही गए. ये खतरनाक तेज गेंदबाज 2 साल पहले तक भारत की वनडे और टी20 टीम का अहम हिस्सा था, लेकिन अब ये खिलाड़ी टीम इंडिया में जगह पाने के लिए तरस रहा है.


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वसीम अकरम जैसा खतरनाक है टीम इंडिया का ये बॉलर


टीम इंडिया (Team India) के 'स्विंग किंग' रहे तेज गेंदबाज खलील अहमद (Khaleel Ahmed) करीब 2 साल से टीम इंडिया (Team India) से बाहर हैं. सेलेक्टर्स ने इस खिलाड़ी को दूध में से मक्खी की तरह टीम इंडिया (Team India) से निकाल कर बाहर फेंक दिया. खलील अहमद (Khaleel Ahmed) आखिरी बार नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज में खेलते नजर आए थे. इस सीरीज के बाद खलील अहमद (Khaleel Ahmed) को सेलेक्टर्स ने पूछा तक नहीं है.


लंबे समय से नहीं मिल रहा मौका​ 


खलील अहमद (Khaleel Ahmed) ने भारत के लिए 14 टी20 इंटरनेशनल मैच और 11 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं. खलील अहमद (Khaleel Ahmed) ने टी20 इंटरनेशनल में 13 विकेट और वनडे इंटरनेशनल में 15 विकेट झटके हैं. इस गेंदबाज को IPL में शानदार प्रदर्शन के कारण साल 2018 में पहली बार टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला था. आईपीएल में भी खलील का जलवा रहा है और 34 मैच में 48 विकेट अपने नाम करने में सफल रहे हैं. 


करियर पर लगा ग्रहण


जहीर खान और आशीष नेहरा के संन्यास लेने के बाद से भारतीय टीम एक बेहतरीन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश में लगी हुई है, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया है. खलील अहमद (Khaleel Ahmed) ने थोड़ी उम्मीद जगाई थी, लेकिन अब वह टीम इंडिया से बाहर हो चुके हैं और मौके की तलाश में हैं. 



राजस्थान के छोटे से जिले से निकले


खलील अहमद का जन्म 5 दिसंबर 1997 को राजस्थान के छोटे से जिले टोंक में हुआ था. खलील के पिता खुर्शीद अहमद अपने बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन खलील अहमद को क्रिकेट में अपना करियर बनाना था. खलील अहमद के पिता को शुरुआत में खलील के क्रिकेट खेलने से नफरत थी, क्योंकि उन्हें लगता था कि क्रिकेट में करियर नहीं है. 


क्रिकेट को लेकर होती थी पिटाई


लेकिन खलील अहमद का पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था. खलील अहमद के पिता ने क्रिकेट को लेकर उन्हें पीटा भी था, लेकिन फिर भी खलील का मन क्रिकेट में ही लगता था. पहले वह टेनिस बॉल से खेलते थे, फिर उन्होंने लेदर बॉल से खेलना शुरू किया. खलील अहमद ने जहीर खान और इरफान पठान का एक्शन भी कॉपी किया. फिर उन्होंने अपने घर वालों की मर्जी के बिना क्रिकेट अकादमी ज्वाइन कर ली. 


कोच ने बनाया करियर


फिर खलील अहमद की मुलाकात उनके कोच मुमताज अली से हुई और उन्होंने खलील की काबिलियत को परख लिया. इसके बाद मुमताज अली ने खलील अहमद को राजस्थान क्रिकेट अकादमी में भेजा. मुमताज अली ने ही खलील के घर वालों को समझाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी.


साल 2018 में पहली बार IPL में मिला मौका


2016 में खलील अहमद ने भारत की अंडर-19 टीम में अपनी जगह पक्की कर ली. फिर 2016 में ही खलील अहमद को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 10 लाख रुपए में खरीद लिया. खलील ने रणजी ट्रॉफी भी खेली और साल 2018 के आईपीएल ऑक्शन में खलील अहमद को सनराइजर्स हैदराबाद ने 3 करोड़ में खरीदा था. 


2018 में पहली बार टीम इंडिया के लिए किया डेब्यू


साल 2018 में IPL के शानदार प्रदर्शन की बदौलत खलील अहमद को टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला.  खलील अहमद का सेलेक्शन 2018 एशिया कप की वनडे टीम में हुआ, जहां इन्होंने हांगकांग के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत की और 10 ओवर में उन्होंने 3 विकेट लिए. खलील बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं, उनकी स्पीड 140 से 150 प्रति घंटे की रफ्तार की है.


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