मेलबर्न: टीम इंडिया ने तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 137 रनों से हराकर चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल कर ली. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में पांचवें और आखिरी दिन रविवार को टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 261 रनों पर समाप्त कर यह जीत हासिल की. इस मैच में इसी साल अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेल चुके जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी के छह विकेट सहित कुल 9 विकेट लिए और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई. पहले मैच में 6 विकेट लेने वाले बुमराह ने मैच से पहले ही अपनी सफलता का मंत्र बताया था.


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जसप्रीत बुमराह ने कहा कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में धीमी पिचों पर रिवर्स स्विंग हासिल करने के अनुभव ने उन्हें यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में एमसीजी की पिच पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके छह विकेट झटकने में मदद की जिससे भारतीय टीम अच्छी स्थिति में पहुंच गई. बुमराह के मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया.


ये खास रिकॉर्ड बना बुमराह के नाम
पहली पारी में बुमराह ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15.5 ओवर में 33 रन देकर छह विकेट हासिल किए, जिससे उपमहाद्वीप में वे एक ही वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में पांच या इससे ज्यादा विकेट चटकाने वाले पहले गेंदबाज बन गए थे. बुमराह इसी मैच में डेब्यू कैलेंडर इयर में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले भारतीय भी बन गए. बुमराह ने मैच से पहले अपनी सफलता का मंत्र ट्वीट कर बता दिया था. बुमराह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपनी एक तसवीर शेयर करते हुए लिखा था, “पॉजिटिव माइंड, पॉजिटिव वाइब, पॉजिटिव लाइफ”



बुमराह ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘जब मैं वहां गेंदबाजी कर रहा था, विकेट काफी धीमी हो गया था और गेंद मुलायम हो गयी थी. मैंने धीमी गेंद फेंकने की कोशिश की. सोचा कि यह नीचे जायेगी या फिर शार्ट कवर पर जायेगी. पर यह कारगर रहा क्योंकि गेंद ने रिवर्स करना शुरू कर दिया था.’’ 


घरेलू मैचों के अनुभव का मिला फायदा
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम अपनी सरजमीं पर इसी तरह के विकेट पर खेलते थे तो गेंद रिवर्स होती थी. इसलिए आप इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करते हो. हम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने अनुभव का इस्तेमाल यहां भी करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि प्रथम श्रेणी क्रिकटमें हमें रिवर्स स्विंग गेंद फेंकने का अच्छा अनुभव है. यही योजना थी. ’’ 


हमेशा टेस्ट खेलना चाहते थे बुमराह
बुमराह की शानदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई टीम बाक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में महज 151 रन पर सिमट गई और दूसरी पारी में तीन अहम विकेट भी झटके. बुमराह ने मैच के बाद कहा, “यह एक शानदार अहसास है. चाहे बॉक्सिंग डे हो या कोई दूसरा दिन मैं हमेशा टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था और इसी साल जनवरी में मैंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू किया. 2016 में ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे डेब्यू किया था इसलिए यहां टेस्ट मैच खेलना मेरे लिए खास है. मैं काफी खुश हूं कि मैं टीम की सफलता में योगदान दे सका.”बुमराह ने जोहानिसबर्ग और नाटिघंम के बाद तीसरी बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट झटके, भारत ने इन तीनों मौकों पर जीत दर्ज की थी.