नई दिल्ली: मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने रविवार को राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली (MS Dhoni) चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) को आखिरी ओवर में बाजी पलट एक रन से हरा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 12वें सीजन का खिताब अपने नाम कर लिया. मुंबई ने चेन्नई को मात देकर चौथी बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया. हार से मिली निराशा के बाद धोनी को बेटी जीवा और पत्नी साक्षी धोनी के साथ टाइम स्पेंड करते देखा गया.


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जीवा सिंह धोनी के इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर एक तस्वीर में जब दुनिया का यह दिग्गज खिलाड़ी जमीन पर बैठा नजर आया तो प्रशंसक भी उसका उत्साहवर्धन और तारीफ करने में पीछे नहीं रहे. एक यूजर ने लिखा कि माही भाई आपको मेरी तरफ से प्यार...मैं आपका बड़ा प्रशंसक हूं...मुझे आज बहुत तकलीफ हुई तो कभी नहीं हुई होगी.



एक और शख्स ने लिखा, ''हमें हार का कोई गम नहीं है माही भाई...'' इसके अलावा धोनी के एक प्रशंसक ने लिखा, ''आप जीतो या हारो, लेकिन आप इंडिया की शान हैं माही सर..''


IPL इतिहास के सबसे सफल विकेटकीपर बने धोनी
महेंद्र सिंह धोनी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) इतिहास के सबसे सफल विकेटकीपर बन गए हैं. राजीव गांधी स्टेडियम में रविवार को खेले जा रहे फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस के खिलाफ क्विंटन डी कॉक का कैच पकड़ कर धोनी ने यह उपलब्धि हासिल की.


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान के नाम आईपीएल में 132 शिकार हो गए हैं जिनमें 94 कैच और 38 स्टम्पिंग शामिल हैं. धोनी ने कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक को इस मामले में पीछे छोड़ा है. कार्तिक के नाम 131 शिकार हैं.


धोनी ने डी कॉक के बाद रोहित शर्मा को आउट कर अपने खाते में एक और शिकार का इजाफा किया. कार्तिक अब दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं. तीसरे स्थान पर कोलकाता के ही रोबिन उथप्पा हैं जिन्होंने कैच व स्टंपिंग के जरिए कुल 90 खिलाड़ियों को आउट किया है.


हम एक दूसरे को ट्रॉफी 'पास' करते रहे
आईपीएल के 12वें सीजन के फाइनल में मुम्बई इंडियंस के हाथों मिली एक रन के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि दोनों टीमों ने कई गलतियां कीं और एक समय दोनों एक दूसरे को ट्रॉफी की 'पासिंग' कर रही थीं.


धोनी ने कहा कि फाइनल मुकाबला शानदार रहा. बकौल चेन्नई कप्तान, "यह काफी अच्छा फाइनल रहा. काफी करीबी था. अंतिम गेंद पर फैसला हुआ. इससे बेहतर और क्या हो सकता था. इसके बावजूद हमें यह देखना होगा कि हमें सुधार की कहां जरूरत है."


चेन्नई की टीम 150 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक रन पीछे रह गई. इस तरह मुंबई ने चौथी बार यह खिताब अपने नाम किया जबकि चेन्नई का चौथी बार खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका. इस सीजन में चेन्नई और मुंबई के बीच यह चौथा मुकाबला था, जिसमें हर बार मुंबई की जीत हुई.


(इनपुट-एजेंसी से भी)