नई दिल्ली: ‘यार्करमैन’ के नाम से मशहूर लसिथ मलिंगा (Lasith Malinga) ने आखिरकार अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है. वे शुक्रवार (26 जुलाई) को बांग्लादेश के खिलाफ (Sri Lanka vs Bangladesh) मैच में उतरेंगे और यह उनका आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला होगा. इससे जहां इस मुकाबले की अहमियत बढ़ गई है. वहीं, श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने (Dimuth Karunaratne) अलग तरह की चिंताओं से घिर गए हैं. उन्होंने मीडिया को मलिंगा के संन्यास की जानकारी दी और साथ ही अपना दर्द भी साझा किया. 

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कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने मलिंगा के संन्यास और विश्व कप के बाद अपने प्लान से जुड़े सवाल पर कहा, ‘हमारी सबसे बड़ी समस्या विकेट-टेकिंग बॉलर की कमी है. हमें कुछ महीने के भीतर ही विकेट-टेकिंग गेंदबाजों की पहचान करनी होगी. हमें ऐसे गेंदबाजों की जरूरत है जो पारी की शुरुआत में विकेट ले सकें. साथ ही, बीच के ओवरों में भी विकेट झटक सकें.’ 

श्रीलंकाई कप्तान ने कहा, ‘हम जानते हैं कि भविष्य में हमारे पास लसिथ मलिंगा नहीं होंगे. इसलिए हम आने वाली सीरीज (Sri Lanka vs Bangladesh) में नई प्रतिभाओं को तलाश कर उन्हें मौके देने की कोशिश करेंगे. लसिथ इस सीरीज का सिर्फ पहला मैच खेलेंगे. इसके बाद वे संन्यास ले रहे हैं. उन्होंने मुझे यही बात बताई है. मुझे यह नहीं पता कि उनकी चयनकर्ताओं से क्या बात हुई है.’ 


दिमुथ करुणारत्ने विश्व कप के दौरान भी श्रीलंका की कमजोर बॉलिंग अटैक से परेशान दिखे थे. विश्व कप में 35 साल के लसिथ मलिंगा श्रीलंका के सबसे सफल गेंदबाज रहे थे. उन्होंने सात मैच में 13 विकेट लिए थे. श्रीलंका के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज इसुरु उदाना थे, जिन्होंने सात मैच में छह विकेट लिए थे. करुणारत्ने ने इस बारे में कहा, ‘हमें अगले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए युवा गेंदबाजों को प्रोत्साहित करना होगा. हमारे पास इसके लिए प्लान है. 

अपने अजीब एक्शन के लिए लोकप्रिय लसिथ मलिंगा ने 30 टेस्ट, 225 वनडे और 73 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट मैचों में 101 और वनडे मैचों में 335 विकेट लिए हैं. टी20 मैचों में उनके नाम 97 विकेट दर्ज हैं. मलिंगा ने 2010 के बाद कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. वनडे में वे अपने देश के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं. उनसे ज्यादा विकेट सिर्फ मुथैया मुरलीधरन (534) और चमिंडा वास (400) ही ले सके हैं. 

(इनपुट: ANI)