नई दिल्ली: श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. इस दौरे पर कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया था लेकिन ज्यादातर खिलाड़ी फेल हो गए. इसमें एक नाम मनीष पांडे (Manish Pandey) का भी आता है. वो काफी वक्त से टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पा रहे थे लेकिन इस दौरे पर उनके पास बेहद शानदार मौका था लेकिन वो एक बार फिर खुद को साबित नहीं कर सके.


श्रीलंका दौरे पर फ्लॉप हुए मनीष पांडे


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श्रीलंका के खिलाफ तीनों वनडे में मनीष पांडे (Manish Pandey) को मौका दिया गया लेकिन वो खुद को साबित नहीं कर सके. वो तीनों मैचों में फेल रहे. पहले मैच में उन्होंने 26 रन बनाए, दूसरे वनडे में मनीष ने 37 रन बनाए जबकि तीसरे वनडे में वो 19 गेंदों में 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. जिस तरीके से उन्होंने प्रदर्शन किया है उनका करियर खत्म होते हुए नजर आ रहा हैं.


क्या खत्म हुआ मनीष पांडे का करियर?


मनीष पांडे ने टीम इंडिया के लिए शानदार डेब्यू किया था. उन्होंने साल 2015 में जिंबाब्वे के खिलाफ 86 गेंदों पर 71 रन बनाए थे. इसके बाद अगले ही साल उन्होंने सिडनी में 81 गेंदों पर 104 रन बनाए और टीम की जीत पक्की की. लेकिन इसके बाद वो  टीम इंडिया से लगातार अंदर बाहर होते रहे. इंजरी ने भी उनसे कई बड़े मौके छीने. शानदार शुरुआत को वो बड़े करियर में तब्दील नहीं कर सके. ऐसे में लग रहा था कि ये उनका आखिरी मौका हो सकता है खुद को साबित करने का, लेकिन यहां भी वो फ्लॉप रहे.


बता दें कि वनडे क्रिकेट में मनीष पांडे ने 29 मैचों में 33.29 की औसत से 1 शतक और 2 फिफ्टी के साथ 566 रन बनाए. वहीं T20 क्रिकेट की 33 पारियों में पांडे के बल्ले से 126.15 की स्ट्राइक रेट से 709 रन निकले, 3 अर्धशतक के साथ. 


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