भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मैच 26 से 30 दिसंबर तक मेलबर्न में खेला जाएगा. यह मैच भारतीय समयानुसार सुबह 5:00 बजे से खेला जाएगा. पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत और ऑस्ट्रेलिया 1-1 की बराबरी पर हैं. बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच से पहले मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच को लेकर खूब चर्चा हो रही है. पहले टेस्ट मैच में पर्थ की पिच तेज और उछाल वाली रही. इसके बाद दूसरे टेस्ट में एडिलेड की पिच पर दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से स्विंग देखने को मिली थी. तीसरे टेस्ट में गाबा की पिच भी तेज और उछाल वाली रही है. इसलिए सभी की नजरें इस बात पर हैं कि गुरुवार को जब दोनों टीमें मैदान पर उतरेंगी तो एमसीजी की पिच कैसा व्यवहार करेगी.


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कैसी होगी मेलबर्न की पिच?


मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज ने चौथे टेस्ट मैच से पहले आखिरकार यह खुलासा कर दिया कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड की पिच कैसी होगी. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज ने MCG में संवाददाताओं से कहा, 'मुझे लगता है कि हमने अब तक तीन बेहतरीन पिचों पर तीन शानदार टेस्ट मैच देखे हैं. इसलिए हमारे लिए, यह हाल के वर्षों में हमने जो किया है, ठीक वैसा ही कुछ करने की कोशिश करना और एक रोमांचक मुकाबला बनाना है.'


क्यूरेटर ने कर दिया बड़ा खुलासा


मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज ने कहा, 'सात साल पहले यहां की पिच काफी सपाट थी. इसके बाद हमने फैसला किया कि हम यहां की पिच को और अधिक रोमांचक बनाएंगे. इसलिए अब हम पिचों पर अधिक घास छोड़ते हैं. इससे गेंदबाजों को अधिक फायदा मिलता है. इसके अलावा नई गेंद के नरम होने के बाद भी गेंदबाज यहां बल्लेबाजों के खिलाफ असरदार साबित होते हैं. पिछले चार या पांच वर्षों में स्पिन की तुलना में यहां सीमर्स को अधिक मदद मिलती है. इसलिए मुझे यहां कोई बदलाव नहीं दिखता.'


'शानदार और रोमांचक पिच बनाना है लक्ष्य'


MCG के पिच क्यूरेटर मैट पेज ने कहा, 'हमने पिचों में कोई बदलाव नहीं किया है. जैसा कि मैंने कहा कि हमने 7 साल पहले 2017 में बैठकर चर्चा की थी कि हम एक टेस्ट मैच के लिए शानदार और रोमांचक पिच बनाना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य गेंदबाजों के लिए अवसर बनाने के साथ-साथ बल्लेबाजों को भी मौका देना है. हमने पहले की तुलना में पिच पर थोड़ी अधिक घास छोड़ी है. इससे रोमांचक मुकाबले हुए हैं, और यही हम करना चाहते हैं. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की यही खूबसूरती है. हर जगह की पिच अलग होती है. मेलबर्न के बाद, आप सिडनी जाते हैं, जहां स्पिन की भूमिका होती है. हर पिच का अपना मिजाज होता है, और यही बात इसे खास बनाती है.'