World Cup 2023: मोहम्मद शमी की घातक गेंदबाजी के दम पर टीम इंडिया ने 12 साल बाद वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में जगह बना ली है. न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में मोहम्मद शमी ने दिखा दिया कि आखिर क्यों वह वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में शुमार हैं. टीम इंडिया के घातक तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए 9.5 ओवरों में 57 रन देकर 7 विकेट झटके. टीम इंडिया के घातक तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी सोशल मीडिया पर अचानक हीरो बन गए हैं.


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आग उगलते शमी की घातक फॉर्म का खुला राज


न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले सेमीफाइनल में जीत दिलाने के बाद मोहम्मद शमी ने अपनी कातिलाना फॉर्म को लेकर बड़ा खुलासा किया है. मोहम्मद शमी को इस मैच में 7 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया है. मोहम्मद शमी ने मैच के बाद कहा, 'मैं अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. मैं सफेद गेंद से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल रहा था. मेरे मन में था, हम यॉर्कर और धीमी गेंदों जैसी कई चीजों के बारे में बात करते हैं. मैंने नई गेंद से विकेट लेने की कोशिश की.'


केन विलियमसन का कैच छोड़कर बुरा लगा 


मोहम्मद शमी ने आगे कहा, 'मैं नई गेंद से जितना संभव हो उतना विकेट लेने की कोशिश करता हूं. मैंने केन विलियमसन का कैच छोड़ा. मुझे बुरा लगा. मैंने गति बढ़ाने की कोशिश की. वे अपने शॉट खेल रहे थे. तो, मैंने एक मौका लिया. विकेट अच्छा था. ओस का डर था. घास अच्छे से कटी हुई थी. रन काफी थे. अगर ओस आ जाती तो हालात और खराब हो सकते थे. धीमी गेंदें काम नहीं कर सकती थीं. मुझे अद्भुत महसूस हो रहा है. यह बहुत बड़ा मंच है. हम 2015 और 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार गए. जो मौका मुझे दिया गया है, उसे भुनाने की कोशिश कर रहा हूं. हम नहीं जानते कि हम सबको ऐसा मौका दोबारा कब मिलेगा.'