नई दिल्‍ली : टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फि‍र से अपने उन आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है, जिन्‍होंने उनके संन्‍यास की मांग उठाई थी. ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही मैच में उन्‍होंने एक बार फि‍र से टीम इंडिया को संकट के भंवर से निकाल सम्‍मानजनक स्‍कोर तक पहुंचा दिया. इसके साथ ही उन्‍होंने साबित कर दिया, कि चाहे स्‍कोर का पीछा करने की बात हो या रनों का पहाड़ खड़ा करने की, मिडि‍ल ऑर्डर में धोनी का कोई मुकाबला नहीं है. इस मैच में धोनी ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में अर्धशतकों का शतक बनाने का कारनाम कर दिखाया.


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धोनी अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में अब तक 100 अर्धशतक बना चुके हैं. उन्‍होंने 66 अर्धशतक वनडे क्रिकेट में, 33 अर्धशतक टेस्‍ट क्रिकेट में और 1 अर्धशतक टी 20 में बनाया. ऐसा करने वाले धोनी देश के चौथे बल्‍लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले ये कारनामा सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रव‍िड़ और सौरव गांगुली कर चुके हैं. सच‍िन ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में 164, द्रविड़ ने 145 और गांगुली ने 106 अर्धशतक बनाए. धोनी से पहले ऐसा करने वाले पहले विकेटकीपर श्रीलंका के कुमार संगकारा हैं. इस मैच में धोनी का स्‍कोर कई मायनों में खास है. एक समय जब टीम के आधे खिलाड़ी आउट होकर लौट चुके थे, धोनी ने हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर टीम को गहरे संकट में फंसने से बचा लिया.



चेपक में पहले भी चला है धोनी का बल्‍ला
धोनी ने चेपक में ऐसे ही कारनामे पहले भी किए है. इससे पहले अफ्रीका इलेवन के खिलाफ भी उन्‍होंने ऐसा ही कारनामा किया था. उस मैच में 72 रन पर 5 विकेट गिर गए थे. तब धोनी ने आकर नाबाद 139 रनों की पारी खेली थी. पाकिस्‍तान के खिलाफ भी एक मैच में जब टीम इंडिया ने 29 रनों पर पांच विकेट खो दिए थे, तब धोनी ने 113 रनों की नाबाद पारी खेली थी. इस मैच में भी जब धोनी क्रीज पर आए तब टीम के 4 ‍खिलाड़ी मैदान छोड़ चुके थे. धोनी ने 79 रनों की पारी खेली.